रमेश बिधूड़ी ने दिल्ली में एक रैली के दौरान आतिशी पर निशाना साधते हुए कहा, “आतिशी ने बाप बदल लिया है, पहले ये मार्लना थीं अब सिंह हो गईं।” इस बयान ने न केवल राजनीतिक विवाद को जन्म दिया, बल्कि इसे व्यक्तिगत हमले के रूप में देखा गया। बिधूड़ी का यह बयान चुनावी रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है, जिसमें व्यक्तिगत हमलों को प्रमुखता दी जा रही है। उनके इस बयान पर सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रिया सामने आई है, जहां लोग इसे असंवैधानिक और आक्रामक टिप्पणी मान रहे हैं।
इसके अलावा, रमेश बिधूड़ी ने संजय सिंह को भी निशाने पर लिया और उन्हें “ब्लैकिया” कहा। बिधूड़ी के इस बयान से आम आदमी पार्टी के नेताओं में आक्रोश फैल गया है और वे इस टिप्पणी को न केवल राजनीतिक बल्कि व्यक्तिगत स्तर पर भी गलत मान रहे हैं। संजय सिंह और आतिशी दोनों ने बिधूड़ी के बयान की निंदा की है और इसे चुनावी साजिश का हिस्सा बताया है।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि रमेश बिधूड़ी का यह बयान दिल्ली में होने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर सियासी तापमान को और भी बढ़ा सकता है। खासतौर पर आम आदमी पार्टी और बीजेपी के बीच बढ़ते राजनीतिक संघर्ष में ऐसे बयान और आरोप-प्रत्यारोप सामान्य हो गए हैं। बिधूड़ी का बयान यह स्पष्ट करता है कि आगामी चुनाव में पार्टियां एक दूसरे को न केवल उनके राजनीतिक रुख पर बल्कि व्यक्तिगत स्तर पर भी घेरने का प्रयास करेंगी।
इस प्रकार के बयान चुनावी माहौल को और भी उत्तेजित करते हैं, और आने वाले समय में इस तरह के विवादों का और ज्यादा बढ़ने का अनुमान है। इन बयानों ने एक ओर बार यह सिद्ध कर दिया है कि दिल्ली का चुनाव न केवल विकास के मुद्दे पर, बल्कि व्यक्तिगत आरोपों और प्रत्यारोपों के बीच लड़ा जाएगा।
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