KNEWS DESK- महाकुंभ के पहले अमृत स्नान में मकर संक्रांति के अवसर पर संगम तट पर आस्था का एक विशाल सैलाब उमड़ा है। कड़ाके की ठंड के बावजूद लाखों श्रद्धालु संगम में डुबकी लगाने पहुंचे हैं, और अब तक लगभग 1 करोड़ श्रद्धालुओं ने पवित्र संगम में आस्था की डुबकी लगाई है।
कुंभ मेला क्षेत्र की दिव्य सजावट और भव्य तैयारी:
कुंभ मेला क्षेत्र को इस अवसर पर भव्य रूप से सजाया गया है। चारों ओर दिव्यता और आध्यात्मिकता का एहसास हो रहा है, और धर्म की गूंज से वातावरण गूंज उठा है। मकर संक्रांति के दिन का महत्व धार्मिक दृष्टिकोण से अत्यधिक है, और श्रद्धालु इस अवसर पर संगम में स्नान करके पुण्य प्राप्त करने के लिए पहुंचे हैं।
सुरक्षा की कड़ी व्यवस्था:
उत्तर प्रदेश के DGP, प्रशांत कुमार ने बताया कि स्नान के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को लेकर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। पूरे क्षेत्र में ड्रोन और CCTV कैमरों का व्यापक रूप से उपयोग किया जा रहा है ताकि किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना को रोका जा सके। उन्होंने कहा, “हमारा प्रयास है कि स्नान पूरी तरह से शांतिपूर्ण और सुरक्षित तरीके से संपन्न हो।”
DGP ने यह भी बताया कि घाटों पर भारी भीड़ है, लेकिन प्रशासन द्वारा सभी सुरक्षा और नियंत्रण व्यवस्था को सुनिश्चित किया गया है। सभी अधिकारी और कर्मचारी तैनात हैं, और सभी कंट्रोल रूम के द्वारा स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है। उन्होंने कहा, “हम सभी रेड अलर्ट पर हैं, और हमारी प्राथमिकता यह है कि स्नान के दौरान श्रद्धालुओं की सुरक्षा और शांति बनी रहे।”
शांति और सुरक्षा की प्राथमिकता:
मकर संक्रांति के दिन स्नान के आयोजन को लेकर प्रशासन ने पूरी तैयारी की है। इस समय श्रद्धालुओं की भीड़ अत्यधिक है, लेकिन अधिकारियों ने सुनिश्चित किया है कि कोई भी अप्रिय घटना न हो। कुंभ मेला में स्नान करने के लिए देशभर से लोग पहुंचे हैं, और प्रशासन उनकी सुरक्षा के लिए पूरी तरह तत्पर है।
महाकुंभ का यह पहला अमृत स्नान केवल एक धार्मिक अनुष्ठान नहीं है, बल्कि यह देशभर के श्रद्धालुओं की आस्था, विश्वास और धार्मिक प्रतीक का प्रतीक बन गया है। कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच इस ऐतिहासिक अवसर पर श्रद्धालु अपनी आस्था के साथ संगम में डुबकी लगा रहे हैं, और यह दृश्य अत्यंत भावनात्मक और दिव्य प्रतीत हो रहा है।
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