KNEWS DESK- विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A. की तीसरी मीटिंग 31 अगस्त होगी और इसकी तैयारी पूरी हो गई है। शिवसेना की अगुवाई में होने वाली इस मीटिंग का खाका भी तैयार कर लिया गया है। कुल 6 मामलो को रखा जाएगा। जिस पर सभी से सहमति बनाने का प्रयास किया जाएगा। मुंबई की मीटिंग में लोगो जारी करने भी रणनीति है। I.N.D.I.A. गठबंधन के लिए 3-4 लोगो को तैयार किया गया है। इसमें सभी नेताओं को भेजा गया है। बैठक में गठबंधन के संयुक्त झंडा को लेकर भी बातचीत हो सकती है। कुछ नेताओं का कहना है कि गठबंधन का एक संयुक्त झंडा भी होना चाहिए।
आपको बता दें कि मुंबई मीटिंग में शामिल होने वाले नेताओं के खाने की जिम्मेदारी कांग्रेस पर है। लेकिन डिनर होस्ट शिवसेना के मुखिया उद्धव ठाकरे करेंगे। बैठक को सफल बनाने के लिए कांग्रेस NCP व शिवसेना की संयुक्त टीम काम कर रही है। खुद उद्धव ठाकरे व शरद पवार अब तक की तैयारियों का जायजा ले चुके हैं। मीटिंग से 1 दिन पहले पवार-उद्धव एक और बैठक करेंगे। विपक्षी मोर्चे की सबसे बड़ी चुनौती सीट बंटवारे की है। पंजाब, दिल्ली, उत्तर प्रदेश व बंगाल जैसे राज्यों में सीट शेयरिंग का फॉर्मूला अब तक तय नहीं हुआ है। कुछ हद तक मुंबई की मीटिंग में सीट शेयरिंग का फॉर्मूला फाइनल कर दिया जाएगा। बेंगलुरु की बैठक में ही आप ने सीट बंटवारे का मुद्दा उठाया था। लेकिन मुंबई की मीटिंग तक के लिए इसे टाल दिया गया है। हाल ही में नीतीश कुमार ने मुंबई की बैठक में सीट बंटवारे का मसला सुलझाने की बात कही थी। नीतीश कुमार विपक्षी गठबंधन के अगुवा हैं। सीट बंटवारे को लेकर छोटे दलों की डिमांड ज्यादा है। क्षेत्रीय पार्टियों का कहना है कि जिन राज्यों में कांग्रेस का BJP से सीधा मुकाबला नहीं है। उन राज्यों में पार्टी छोटे भाई की भूमिका में रहे है। I.N.D.I.A. गठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर 3 फॉर्मूला अब तक सामने आया है। सीटिंग सीट पर अभी जिसके सांसद हैं। वो सीट उसी पार्टी को मिलेगी। 2014 व 2019 में दूसरे नंबर पर रहने वाली दलों को उस सीट पर कांग्रेस काफी कमजोर है। उन राज्यों में सीट बंटवारे का फॉर्मूला क्षेत्रीय दल तय करेगा।
राज्य के हिसाब से भी मेनिफेस्टो किया जाना चाहिए जारी
जानकारी के लिए बता दें कि पंजाब-दिल्ली में 50-50 का फॉर्मूला लागू हो सकता है। असम, तेलंगाना, कर्नाटक समेत 9 राज्यों में ड्राइविंग सीट कांग्रेस के पास रहेगी। यहां सीट बंटवारे का फैसला कांग्रेस को ही करना है। गठबंधन को सुचारु रूप से चलाने के लिए 11 सदस्यों की एक कॉर्डिनेशन कमेटी बनाने का प्रस्ताव है। मुंबई की बैठक में कई सदस्यों का नाम फाइनल किया जाएगा। कमेटी में 1 चेयरमैन व 1 कन्वेनर भी होंगे। संयोजक के लिए नीतीश कुमार का नाम सबसे आगे है। चेयरमैन के लिए सोनिया गांधी के नाम की चर्चा है। कमेटी का मुख्यालय दिल्ली में होगा व संयोजक का पद सबसे दमदार रहेगा। संयोजक ही गठबंधन के सारे विवाद सुलझाएंगे। 2-3 सब कमेटी बनाने की भी बात कही जा रही है। जो मेनिफेस्टो और धरना-प्रदर्शन आयोजित करने का काम करेगी। मुंबई की मीटिंग में इसके सदस्यों के नाम भी फाइनल होने की चर्चा है। 2024 में मेनिफेस्टो किस रूप में निकाला जाएगा। इसकी भी चर्चा होगी। कुछ नेताओं का कहना है कि राज्य के हिसाब से भी मेनिफेस्टो जारी करना चाहिए। जिससे राज्य के क्षेत्रीय पार्टियां अपने लोगों को सीधे तौर पर साध सके। इस पर भी मुंबई की मीटिंग में बात होगी। जातीय जनगणना पर सभी दलों की सहमति लेने की आखिरी कोशिश की जाएगी।
I.N.D.I.A गठबंधन का लोगो किया जाएगा लॉन्च
बता दें कि यह I.N.D.I.A. गठबंधन का सबसे बड़ा मुद्दा हो सकता है। I.N.D.I.A. की रणनीति BJP के मेनिफेस्टो को काउंटर करने की भी है। मुंबई की मीटिंग में इसको लेकर भी रणनीति तैयार की जाएगी। मीटिंग से पहले ही I.N.D.I.A. गठबंधन का लोगो लॉन्च किया जाएगा। गठबंधन के लिए 3-4 लोगो तैयार किया गया है। सभी लोगों को भारत के प्रतीक को शामिल किया गया है। I.N.D.I.A. गठबंधन के लोगो को सभी पार्टी अपने लोग के साथ लगाएंगे। कुछ नेताओं का कहना है कि अलग से झंडा भी जारी करना चाहिए। जिससे किसी एक पार्टी की रैली में दूसरे के समर्थक असहज न हो। इस पर भी मुंबई की मीटिंग में चर्चा हो सकती है। 26 दलों के 80 नेता मुंबई की इंडिया मीटिंग में शामिल होंगे। इनमें 5 CM एमके स्टालीन, नीतीश कुमार, हेमंत सोरेन, ममता बनर्जी व दिल्ली CM का नाम भी शामिल हैं। कांग्रेस से सोनिया, राहुल, खरगे और केसी वेणुगोपाल शामिल होंगे। 80 नेताओं के लिए मुंबई के होटल में 170 कमरे बुक किए गए हैं।
बेंगलुरु की बैठक में 26 दल हुए शामिल
गौरबतल है कि विपक्षी गठबंधन की अब तक 2 मीटिंग हो चुकी है। पटना की बैठक में 16 दलों के नेता शामिल हुए। जिसमें कांग्रेस ने त्याग की बात कही है। पटना के बाद बेंगलुरु में मीटिंग का आयोजन किया गया। बेंगलुरु मीटिंग में गठबंधन का नामाकरण हुआ है। इस मीटिंग में नीतीश कुमार को संयोजक बनाए जाने की चर्चा भी थी। लेकिन आखिरी वक्त पर इसे टाल दिया गया। इसके बाद लालू यादव व नीतीश कुमार की नाराजगी की भी बात सामने आई है। बेंगलुरु की बैठक में कुल 26 दल शामिल हुए है। मीटिंग में लालू यादव ने ममता बनर्जी के खिलाफ लगातार बयान दे रहे हैं। अधीर रंजन चौधरी का भी मामला उठाया। लालू ने कांग्रेस हाईकमान से कहा कि इसे तुरंत रोकिए।