स्मृति ईरानी का महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए बड़ा कदम, लूंबा फाउंडेशन के साथ की “Her Skill-Her Future” कार्यक्रम की शुरुआत

KNEWS DESK – बीजेपी नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए एक नई पहल की है, जिसे लूंबा फाउंडेशन के सहयोग से भारत में लॉन्च किया गया है। इस पहल का नाम “Her Skill-Her Future” है, और इसका उद्देश्य देशभर की 1 लाख विधवा महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना है। इस कार्यक्रम के तहत इन महिलाओं को स्किल डेवलेपमेंट और प्रशिक्षण दिया जाएगा, ताकि वे आर्थिक स्वतंत्रता प्राप्त कर सकें और समाज में अपनी हिस्सेदारी बढ़ा सकें।

विधवा महिलाओं की सशक्तिकरण में योगदान

स्मृति ईरानी ने कहा कि “महिलाएं परिस्थितियों या चुनौतियों की शिकार नहीं होती हैं, बल्कि उनमें प्रतिकूल परिस्थितियों से लड़ने और उभरने की क्षमता होती है।” उनका मानना है कि महिलाएं हर स्थिति में मजबूती से खड़ी हो सकती हैं, अगर उन्हें सही मार्गदर्शन और संसाधन मिलें। इस कार्यक्रम के पहले चरण में देशभर की विधवा महिलाओं को विभिन्न स्किल डेवलेपमेंट प्रोग्राम्स के जरिए प्रशिक्षित किया जाएगा।

Smriti Irani ने 100,000 विधवाओं को सशक्त बनाने के लिए 'हर स्किल, हर फ्यूचर'  पहल के शुभारंभ को संबोधित किया | Smriti Irani addresses launch of 'Har  Skill, Har Future' initiative to

लूंबा फाउंडेशन की भूमिका और वैश्विक दृष्टिकोण

स्मृति ईरानी लूंबा फाउंडेशन की वाइस प्रेसिडेंट हैं, और इसके तहत भारत सहित अन्य देशों में भी महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए काम किया जा रहा है। इस फाउंडेशन ने अब तक भारत, श्रीलंका, बांग्लादेश, नेपाल, सीरिया, केन्या, युगांडा, दक्षिण अफ्रीका, मलावी, रवांडा, चिली और ग्वाटेमाला जैसे देशों में 20 हजार से अधिक विधवा महिलाओं को सशक्त बनाया है। इसके प्रयासों से ही संयुक्त राष्ट्र ने 23 जून को अंतरराष्ट्रीय विधवा दिवस घोषित किया था।

दिनेश चावला (@iDineshChawlaa) / X

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल से प्रेरणा

स्मृति ईरानी की यह पहल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 2016 में शुरू की गई परियोजना से प्रेरित है, जिसमें उन्होंने वाराणसी में 5 हजार विधवाओं की मदद की थी। इसी मॉडल को ध्यान में रखते हुए लूंबा फाउंडेशन अब पूरे देश में विधवा महिलाओं के सशक्तिकरण का कार्य कर रहा है।

स्मृति ईरानी का समर्पण और सामाजिक योगदान

स्मृति ईरानी ने अपने सामाजिक कार्यों के दौरान महिलाओं और बच्चों के विकास में अहम योगदान दिया है। हाल ही में, उन्होंने कानपुर में आयोजित एक कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड की 56 महिला विधायकों के प्रशिक्षण कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के तौर पर हिस्सा लिया। इस कार्यक्रम में उन्होंने सदन की कार्यवाही में महिलाओं की भूमिका और संसदीय लोकतंत्र में उनके योगदान पर चर्चा की।

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