KNEWS DESK, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन जल्द ही भारत की यात्रा पर आने वाले हैं। यह जानकारी क्रेमलिन के प्रेस सचिव दिमित्री पेस्कोव ने दी है। उन्होंने कहा कि पुतिन की यात्रा की तारीखों पर अभी काम चल रहा है, लेकिन उनकी भारत यात्रा की योजना तय है।
भारत रूस और यूक्रेन के बीच शांति वार्ता में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने पहले ही इस बात की पुष्टि की थी कि रूस इस मुद्दे पर भारत, चीन और ब्राजील के साथ बातचीत कर रहा है। भारत की तटस्थ विदेश नीति और वैश्विक स्तर पर बढ़ते प्रभाव के कारण उसे इस संकट के समाधान के लिए एक प्रभावशाली मध्यस्थ माना जा रहा है। वहीं साल के अंत तक यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की के भी भारत आने की संभावना है। अगर यह यात्रा होती है, तो यह रूस और यूक्रेन के बीच बातचीत को लेकर भारत की मध्यस्थता को और मजबूती प्रदान कर सकती है।
पुतिन की यात्रा के प्रमुख एजेंडे
रूसी राष्ट्रपति पुतिन की भारत यात्रा के दौरान कई मुद्दों पर चर्चा की उम्मीद है, जिनमें रूस-यूक्रेन संघर्ष को सुलझाने में भारत की भूमिका पर विशेष चर्चा, भारत-रूस द्विपक्षीय संबंध जैसे व्यापार, रक्षा, और ऊर्जा सहयोग को बढ़ावा देना व वैश्विक मंचों पर भारत और रूस के बीच साझेदारी को मजबूत करना शामिल है।
बता दें कि भारत और रूस के बीच दशकों पुराने दोस्ताना संबंध रहे हैं। दोनों देशों के बीच रक्षा, ऊर्जा और व्यापार में घनिष्ठ सहयोग है। ऐसे में पुतिन की यात्रा इन रिश्तों को और गहरा बनाने का अवसर प्रदान करेगी। भारत ने हाल के वर्षों में अपनी कूटनीति के जरिए वैश्विक विवादों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। रूस-यूक्रेन युद्ध में शांति प्रयासों को लेकर भारत का दृष्टिकोण तटस्थ रहा है, जो उसे दोनों पक्षों के साथ संवाद स्थापित करने का एक आदर्श भागीदार बनाता है।