Knews India, रतन टाटा, देश और दुनिया के प्रमुख उद्योगपतियों में से एक, अब हमारे बीच नहीं रहे। उन्हें अपने जीवनकाल में कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित किया गया। भारत के 50वें गणतंत्र दिवस पर उन्हें 2000 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया और 2008 में भारत के दूसरे सर्वोच्च नागरिक सम्मान, पद्म विभूषण से नवाजा गया।
इसके अलावा, 2008 में उन्हें नैसकॉम ग्लोबल लीडरशिप पुरस्कार प्राप्त हुआ और टाटा परिवार की ओर से उन्हें कार्नेगी परोपकार पदक भी दिया गया। रतन टाटा ने कॉर्नेल विश्वविद्यालय, रैंड निगम और दक्षिणी कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय के ट्रस्टी के रूप में भी सेवाएं दीं। वह कई अंतरराष्ट्रीय संगठनों के सलाहकार बोर्ड के सदस्य थे, जैसे मित्सुबिशी कॉरपोरेशन, जेपी मॉर्गन चेज़, और बिल एवं मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन।
रतन टाटा को कई विश्वविद्यालयों से मानद डॉक्टरेट उपाधि भी मिली और उन्हें फॉर्च्यून और टाइम जैसी प्रतिष्ठित पत्रिकाओं ने दुनिया के सबसे प्रभावशाली लोगों की सूची में शामिल किया।