चुनावों का दौर जारी है, यूपी के तीसरे चरण के साथ साथ 20 फरवरी को पंजाब में भी विधानसभा चुनाव होना है। एक तरफ यूपी के तीसरे चरण में 16 जिलों की 59 सीटों पर वोट डाले जाएगे । तो वहीं पंजाब की 117 सीटों पर एक ही चरण में चुनाव होना है, पंजाब में सीएम बनने की टक्कर सीधे सीधे कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच दिख रही है । 2022 में पंजाब में चुनावी संग्राम काफी रोचक होने वाला है । कई दिग्गजों की साख दांव पर लगी है, जिसके लिए पंजाब की जनता पंजाब का अगला मुख्यमंत्री बनने के लिए 20 फरवरी को वोट की चोट करेगी ।
2017 के नतीजों पर नजर डाली जाए तो 117 सीटों में से कांग्रेस ने 77 सीटें जीतकर दस साल बाद जीत दर्ज की थी । जबकि शिरोमणि अकाली दल-बीजेपी गठबंधन केवल 18 सीटों पर जाकर सिमट गया था। आम आदमी पार्टी ने 20 सीट जीतकर मुख्य विपक्षी पार्टी के रूप में अपनी जगह बनाई। 2017 में . कैप्टन अमरिंदर सिंह पंजाब के मुख्यमंत्री बने लेकिन कांग्रेस में चल रहे अंदरूनी खींचतान के कारण चार साल बाद कैप्टन अमरिंदर को हटाकर चरणजीत सिंह चन्नी को मुख्यमंत्री बना दिया गया। अब 2022 में कांगेस ने दोबारा चरणजीत सिंह चन्नी पर भरोसा जताया है । पंजाब सीएम चरणजीत सिंह चन्नी और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्दू के बीच पंजाब सीएम का चेहरा किसे चुना जाएगा । इसे लेकर भी कई दिनो तक चर्चा होती रही, लेकिन अंत में कांग्रेस ने चरणजीत सिंह चन्नी को पंजाब सीएम का चेहरा बनाने की घोषणा की।
एक ओर कांगेस के चरणजीत सिंह चन्नी चुनावी मैदान में अपनी किस्मत आजमा रहे है। तो वहीं चरणजीत सिंह चन्नी का सामना आम आदमी पार्टी के भगवंत मान से है। आम आदमी पार्टी ने जनता के हाथों में सीएम चेहरे को चुनने का काम सौंपा और जनता ने भगवंत मान का नाम सीएम चेहरे के तौर पर चुना । बात करें बीजेपी की तो पंजाब में बीजेपी पूर्व मुख्यीमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की लोक कांग्रेस पार्टी, शिरोमणि अकाली दल और अन्य पार्टियों के साथ मिलकर चुनाव लड़ रही है।
पंजाब का अगला सीएम चुनने के लिए जनता 20 फरवरी को वोट करेंगी । 117 सीटों वाले पंजाब में सरकार बनाने के लिए किसी भी दल या गठबंधन को 59 सीटों का आंकड़ा हासिल करना होगा। अब देखना यह है कि 10 मार्च को कौन इस बहुमत के आंकडे को पाकर पंजाब में सरकार बनाएगा ।