KNEWS DESK – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को गरीब नवाज के 813वें उर्स मुबारक के अवसर पर दुनिया भर में उनके अनुयायियों और अजमेर शरीफ में आए सभी श्रद्धालुओं को हार्दिक शुभकामनाएं दी हैं। इस अवसर पर केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू ने प्रधानमंत्री की ओर से अजमेर शरीफ दरगाह पर चादर चढ़ाई और शांति, भाईचारे और एकता का संदेश दिया।
पीएम मोदी का संदेश
आपको बता दें कि किरेन रिजिजू ने सोशल मीडिया पर भी इस धार्मिक अनुष्ठान को साझा करते हुए इसे भारत की समृद्ध आध्यात्मिक विरासत और सद्भाव का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा कि दरगाह एक ऐसी जगह है जहां सभी धर्मों के लोग एक साथ आते हैं और यह भारत के विविधता में एकता का प्रतीक है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संदेश में कहा कि ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती के जीवन और उनके आदर्शों से हम सबको प्रेरणा मिलती है। उनके जीवन का उद्देश्य समाज में प्रेम, सौहार्द और समानता का प्रचार करना था, जो आज भी हम सब के लिए प्रेरणा का स्रोत है। मोदी ने कहा कि ख्वाजा साहब का वार्षिक उर्स सामाजिक एकता और भाईचारे को बढ़ावा देने का एक महत्वपूर्ण अवसर है।
उन्होंने यह भी कहा कि दरगाह का उर्स समाज में आपसी जुड़ाव को और मजबूत करने का काम करेगा। प्रधानमंत्री ने सभी को शांति और समृद्धि की कामना की और इस पवित्र अवसर पर शुभकामनाएं दीं।
चादर चढ़ाने की परंपरा को रखा बरकरार
रिजिजू ने इस अवसर पर पीएम मोदी के संदेश को पढ़ा और कहा कि प्रधानमंत्री का यह अनुष्ठान शांति, सद्भाव और एकता के प्रतीक के रूप में महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि सरकार अजमेर शरीफ दरगाह पर आने वाले श्रद्धालुओं के अनुभव को बेहतर बनाने के लिए लगातार प्रयास कर रही है, ताकि उनकी आध्यात्मिक यात्रा सहज और सुखद हो। यह 11वां मौका है जब प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी सरकार के कार्यकाल के दौरान अजमेर शरीफ में चादर भेजने की परंपरा को निभाया है। इसके साथ ही उन्होंने भारतीय संस्कृति और धार्मिक विविधता को सम्मानित करने का संदेश भी दिया है।
उर्स में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़
813वें उर्स के मौके पर अजमेर शरीफ दरगाह में देश भर और विदेशों से हजारों श्रद्धालु पहुंचे। सभी श्रद्धालुओं ने संत की शिक्षाओं, विशेष रूप से प्रेम, करुणा और समानता के सिद्धांतों का स्मरण किया। इस अवसर पर कई धार्मिक अनुष्ठान और प्रार्थनाएं भी आयोजित की गईं।