KNEWS DESK – रामनगरी अयोध्या में रामलला के विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा की पहली वर्षगांठ को लेकर भक्तों का उत्साह चरम पर है। तीन दिवसीय प्रतिष्ठा द्वादशी उत्सव की शुरुआत शनिवार यानि आज से हो रही है। इस दौरान पूरे शहर में धार्मिक उल्लास का माहौल है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस महोत्सव का उद्घाटन करेंगे। मुख्यमंत्री सुबह 10 बजे अयोध्या पहुंचेंगे और पांच घंटे तक शहर में रहेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दी शुभकामनाएं
आपको बता दें कि अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा की पहली वर्षगांठ के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने इसे भारतीय संस्कृति और अध्यात्म की महान धरोहर बताया और विश्वास व्यक्त किया कि यह दिव्य-भव्य राम मंदिर विकसित भारत के संकल्प की सिद्धि में एक महत्वपूर्ण प्रेरणा बनेगा।
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संदेश में कहा, “सदियों के त्याग, तपस्या और संघर्ष से बना यह मंदिर हमारी संस्कृति और अध्यात्म का एक अमूल्य धरोहर है। मुझे पूरा विश्वास है कि यह राम मंदिर हमारे देश के विकास और आत्मनिर्भरता की दिशा में एक मजबूत कदम साबित होगा।”
रामलला का अभिषेक और महाआरती का आयोजन
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रामलला का अभिषेक करेंगे और महाआरती का आयोजन भी करेंगे। राम मंदिर में चल रहे पूजा-अर्चना के बीच मुख्यमंत्री के आगमन का इंतजार किया जा रहा है। हेलीकॉप्टर में तकनीकी खराबी के कारण उनकी आगमन में थोड़ी देरी हो रही है, लेकिन अब दूसरे हेलीकॉप्टर से उनका अयोध्या पहुंचना सुनिश्चित है। प्रतिष्ठा द्वादशी उत्सव के लिए अयोध्या को 50 क्विंटल से अधिक फूलों से सजाया गया है, जिससे पूरे शहर में एक भव्य और दिव्य वातावरण निर्मित किया गया है।
तीन दिवसीय उत्सव की शुरुआत
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की पहली वर्षगांठ के अवसर पर अयोध्या में लाखों श्रद्धालु एकत्र हुए हैं। इस भव्य समारोह की शुरुआत आज यानी 11 जनवरी से हुई है, जो 13 जनवरी तक जारी रहेगा। इस उत्सव में न केवल श्रद्धालुओं बल्कि आम लोगों को भी शामिल होने का अवसर दिया गया है। पिछले साल की तरह इस साल भी आम लोगों को समारोह में शामिल होने का खास अवसर मिलेगा, जो इसे और भी विशिष्ट बनाता है। उत्सव के दौरान 110 वीआईपी मेहमानों को आमंत्रित किया गया है, और एक विशेष जर्मन हैंगर टेंट की व्यवस्था की गई है जिसमें 5000 लोगों की मेजबानी के लिए सभी प्रबंध किए गए हैं।
22 जनवरी 2024 को हुआ था रामलला की मूर्ति का प्राण प्रतिष्ठा
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह का आयोजन 22 जनवरी 2024 को हुआ था, जब प्रधानमंत्री मोदी की उपस्थिति में राम मंदिर में नई मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की गई थी। इस दिन को हिंदी पंचांग के अनुसार द्वादशी तिथि के रूप में मनाया गया था, और इसी दिन से रामलला की मूर्ति को मंदिर में प्रतिष्ठित किया गया। 2025 में यह द्वादशी तिथि 11 जनवरी को पड़ी है, इसलिए इस दिन को वर्षगांठ के रूप में मनाया जा रहा है।
देशभर से श्रद्धालुओं का उमड़ा जनसैलाब
रामलला के दर्शन के लिए श्रद्धालु देश-विदेश से अयोध्या पहुंच रहे हैं। हिमाचल प्रदेश, गुजरात, हैदराबाद, और अन्य राज्यों से श्रद्धालु रामभक्ति में झूमते हुए अयोध्या पहुंचे हैं। खासकर किन्नर समाज, जिनमें हैदराबाद से आए श्रद्धालु शामिल हैं, भक्ति भाव में मंत्रोच्चारण करते हुए राम दरबार में पहुंचे। श्रद्धालु न केवल रामलला के दर्शन के लिए उत्सुक हैं, बल्कि वे श्रीराम के भजन और गीतों के साथ पूजा-अर्चना में भी भाग ले रहे हैं।
अयोध्या में हो रहे विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम
इस उत्सव के दौरान अयोध्या में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जा रहा है। श्रद्धालु और पर्यटक रामकथा, रामलीला और अन्य धार्मिक गतिविधियों का आनंद ले रहे हैं। राम मंदिर को विशेष रूप से सजाया गया है, और हर कोई इस भव्यता को देखकर मंत्रमुग्ध हो रहा है। मंदिर परिसर को फूलों से सजाया गया है और वहां का माहौल पूरी तरह से दिव्य और धार्मिक प्रतीत हो रहा है।
अयोध्या के विकास की दिशा
यह प्रतिष्ठा द्वादशी महोत्सव अयोध्या की धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर के पुनर्निर्माण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस प्रकार के आयोजनों से न केवल अयोध्या बल्कि पूरे प्रदेश और देश की सांस्कृतिक धारा को मजबूत किया जा रहा है। प्रदेश सरकार द्वारा अयोध्या के विकास के लिए कई योजनाएं बनाई गई हैं, जिनमें बुनियादी ढांचे के विकास से लेकर पर्यटन और धार्मिक महत्व को बढ़ाने के उपाय शामिल हैं।