भारतीय रिटेल सेक्टर में वर्चस्व को लेकर छिड़ा विवाद शांत होता नहीं दिख रहा है. फ्यूचर ग्रुप (Future Group) की कंपनी फ्यूचर रिटेल (Future Retail) और अमेजन (Amazon) के बीच चल रही कानूनी लड़ाई पर गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई शुरू हुई. इस दौरान दौरान किशोर बियानी की कंपनी फ्यूचर रिटेल ने आरोप लगाया कि अमेजन उसे बर्बाद करना चाहती थी और इसमें वह सफल रही. कंपनी ने कहा कि महज 1,400 करोड़ रुपये के लिए अमेजन ने 26,000 करोड़ रुपये की कंपनी बर्बाद कर दी.
4800 करोड़ किराया बकाया
फरवरी के आखिरी हफ्ते में रिलायंस ने फ्यूचर ग्रुप के रिटेल स्टोर्स को लीज का किराया न भुगतान करने के चलते अपने कब्जे में लेना शुरू किया कर दिया था। किशोर बियानी के नेतृत्व वाले इस ग्रुप पर करीब 4800 करोड़ रुपए का किराया बाकी है।
क्या है पूरा विवाद
फ्यूचर ग्रुप ने अपने रिटेल कारोबार को बेचने के लिए अगस्त 2020 में रिलायंस इंडस्ट्रीज की सहायक कंपनी रिलायंस रिटेल वेंचर्स के साथ 24,713 करोड़ रुपए में सौदा किया था। इस सौदे पर अमेरिकी कंपनी अमेजन ने यह कहकर आपत्ति जताई थी कि फ्यूचर रिटेल की प्रवर्तक कंपनी फ्यूचर कूपन प्राइवेट लिमिटेड (एफसीपी) में उसने एक वर्ष पहले ही 49 फीसदी हिस्सेदारी खरीद ली है और बिना उसकी मंजूरी के फ्यूचर रिटेल की बिक्री का सौदा नहीं हो सकता है। बता दें, एफसीपी की फ्यूचर रिटेल में 7 फीसदी हिस्सेदारी है।