खड़गपुर, आईआईटी खड़गपुर का प्रतिष्ठित वार्षिक खेल उत्सव शौर्य 2025 इस बार 10 से 12 जनवरी 2025 तक आयोजित होने जा रहा है। इस वर्ष की थीम “वीराश्व क्षेत्र” है, जो साहस, उद्देश्य और खेल भावना का प्रतीक है। 2008 में खेल संस्कृति को बढ़ावा देने और एथलीटों को राष्ट्रीय मंच प्रदान करने के उद्देश्य से शुरू हुआ यह उत्सव आज भारत के प्रमुख खेल आयोजनों में गिना जाता है।
थीम का महत्व
“वीराश्व क्षेत्र” थीम, साहस और दृढ़ता के शाश्वत मूल्यों से प्रेरित है। इसका उद्देश्य प्रतिभागियों को अपनी सीमाओं को तोड़ते हुए खेल के पवित्र रणक्षेत्र में नई ऊंचाइयों को छूने के लिए प्रेरित करना है।
भव्य खेल महोत्सव
शौर्य 2025 में 20 से अधिक खेल विधाओं की प्रतियोगिताएं आयोजित होंगी, जिनमें एथलेटिक्स, फुटबॉल, बास्केटबॉल, क्रिकेट, बैडमिंटन, वॉलीबॉल, टेबल टेनिस, स्क्वैश और लॉन टेनिस शामिल हैं। इन खेलों में भाग लेने वाले खिलाड़ी जोश और ऊर्जा से भरपूर माहौल में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे।
मुख्य आकर्षणों में तेज-तर्रार क्रिकेट टूर्नामेंट, रोमांचक फुटबॉल फाइनल्स और एथलेटिक्स व रैकेट स्पोर्ट्स के विशेष प्रदर्शन शामिल हैं।
खेल से परे का अनुभव
शौर्य केवल खेलों का उत्सव नहीं है, बल्कि यह एक समग्र अनुभव है। इसमें खेल प्रतियोगिताओं के साथ विशेषज्ञ वार्ताएं, इंटरएक्टिव कार्यशालाएं और सांस्कृतिक प्रस्तुतियां भी आयोजित की जाती हैं। इस वर्ष का सबसे बड़ा आकर्षण है “वीराश्व एरीना”, जो खिलाड़ियों की अटूट भावना का प्रतीक है।
प्रतिष्ठित अतिथियों की उपस्थिति
पिछले संस्करणों में दीपा कुमारी, जॉर्डीप खंडोकर, सुब्रत भट्टाचार्य और चार्ली बोरेटो जैसे दिग्गज खिलाड़ियों की उपस्थिति देखी गई थी।
नए रिकॉर्ड की ओर
2025 में 50+ कॉलेजों के 2,000 से अधिक एथलीट और हजारों दर्शक शामिल होने की उम्मीद है। इस बार विजेताओं के लिए ₹3,50,000 से अधिक के पुरस्कार रखे गए हैं, जो इस प्रतियोगिता को और भी रोमांचक और प्रेरणादायक बनाएंगे।
अपनी विरासत बनाएं
आयोजकों ने थीम पर चर्चा करते हुए कहा, “हमारा उद्देश्य प्रतिभागियों को उनकी आंतरिक शक्ति और साहस का पता लगाने के लिए प्रेरित करना है ताकि वे असाधारण उपलब्धियां हासिल कर सकें।”
पंजीकरण करें
शौर्य 2025 के लिए पंजीकरण अब खुला है। इस अद्भुत खेल उत्सव का हिस्सा बनने के लिए www.shauryaiitkgp.in पर जाएं और अपनी जगह सुनिश्चित करें।
शौर्य 2025 केवल एक खेल महोत्सव नहीं है, यह वह रणक्षेत्र है जहां किंवदंतियां गढ़ी जाएंगी और इतिहास रचा जाएगा। क्या आप इस चुनौती को स्वीकार करने और अपनी विरासत बनाने के लिए तैयार हैं?