KNEWS DESK- भारत हर फील्ड में आगे बढ़ रहा है साल 2022 में भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा ऑटो उद्योग बनकर उभरा है और लगातार आगे बढ़ रहा है | अब दुनिया भर में भारत की बनी कारें लोकप्रिय हो रही हैं साथ ही पिछले कुछ सालों में निर्यात भी बढ़ा है। आज हम आपको भारत में बनी कारों के बारे में बता रहे हैं, जिन्हें दुनियाभर में भी पसंद किया जाता है।
Maruti Dzire:-
बीते कुछ सालों में मारुति सुजुकी के लिए मारुति डिजायर सब-कॉम्पैक्ट सेडान लगातार प्रदर्शन करने वाली कारों में से एक रही है। 2016 में लॉन्च की गई डिजायर व्यक्तिगत और व्यावसायिक दोनों क्षेत्रों में खरीदारों के बीच लोकप्रिय है। यह भारत में निर्मित की जाने वाली और अन्य देशों में निर्यात किया जाने वाला टॉप मॉडल है। बीते वित्त साल में मारुति सुजुकी ने दूसरे देशों में डिजायर की 48,047 यूनिट्स बेचीं। भारत में, वाणिज्यिक वाहन क्षेत्र में इसकी लोकप्रियता के कारण यह सबसे ज्यादा बिकने वाली सेडान बनी हुई है। इसका मुकाबला होंडा अमेज, ह्यूंदै ऑरा जैसी अन्य कारों से है।
Maruti Baleno
भारत में मारुति बलेनो सबसे ज्यादा बिकने वाली हैचबैक में से एक है। निर्यात आंकड़ों के अनुसार, यह अन्य देशों में निर्यात किया जाने वाला दूसरा सबसे बड़ा मॉडल है। मारुति सुजुकी ने बीते साल 2022 में हैचबैक की 45,332 यूनिट्स का निर्यात किया। कार निर्माता ने पिछले साल कई अपडेट के साथ बलेनो फेसलिफ्ट को पेश किया था।
मारुति बलेनो में 1.2-लीटर डुअलजेट पेट्रोल इंजन मिलता है, जो पांच-स्पीड मैनुअल गियरबॉक्स से जुड़ा है। यह इंजन 88 बीएचपी का पावर और 113 एनएम पीक टॉर्क जेनरेट करता है। यह इंजन AGS गियरबॉक्स के साथ भी मिलता है। मारुति सुजुकी बलेनो को सीएनजी टेक्नोलॉजी के साथ भी पेश करती है।
Maruti Swift
मारुति स्विफ्ट हैचबैक, उम्मीद है कि कंपनी जल्द ही एक फेसलिफ्ट वर्जन पेश करेगी है, अन्य देशों में निर्यात किया जाने वाला यह तीसरा सबसे बड़ा मॉडल है। बीते वित्त वर्ष में मारुति सुजुकी ने हैचबैक की 32,862 यूनिट्स का निर्यात किया था। यह कार छोटी हैचबैक पेट्रोल और सीएनजी दोनों वैरिएंट में पेश की गई है। इस कार में 1.2-लीटर, 4-सिलेंडर, नेचुरली एस्पिरेटेड डुअलजेट, के-सीरीज इंजन दिया गया है। यह इंजन 6,000 आरपीएम पर 87.7 बीएचपी का अधिकतम पावर और 4,400 आरपीएम पर 113 एनएम का पीक टॉर्क जेनरेट करता है। सीएनजी पर चलने पर पावर और टॉर्क का आंकड़ा 75 बीएचपी और 98 एनएम तक गिर जाता है।