KNEWS DESK, भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच पर्थ टेस्ट में रोमांच अपने चरम पर है। भारतीय टीम, जो पहली पारी में केवल 150 रन पर सिमट गई थी, ने दूसरे दिन के खेल में शानदार वापसी करते हुए इतिहास रचने की ओर कदम बढ़ा दिए हैं। कार्यवाहक कप्तान जसप्रीत बुमराह की घातक गेंदबाजी और यशस्वी जायसवाल और केएल राहुल की रिकॉर्डतोड़ ओपनिंग साझेदारी ने मैच को भारत के पक्ष में झुका दिया है।
बुमराह की घातक गेंदबाजी ने बदला खेल का रुख
दूसरे दिन की शुरुआत भारतीय गेंदबाजों के दमदार प्रदर्शन से हुई। कार्यवाहक कप्तान जसप्रीत बुमराह ने अपने अनुभव और कौशल का बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए 5 विकेट झटके। उनकी अगुआई में भारतीय गेंदबाजी आक्रमण ने ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी को मात्र 104 रन पर समेट दिया। मोहम्मद सिराज और हर्षित राणा ने भी अपना योगदान देते हुए क्रमशः 2 और 3 विकेट लिए। जिससे भारत ने पहली पारी में 46 रन की महत्वपूर्ण बढ़त हासिल की, जिसने मेजबान टीम पर दबाव बढ़ा दिया।
यशस्वी और राहुल की ऐतिहासिक साझेदारी
दूसरी पारी में भारत के सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल और केएल राहुल ने ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों के सामने अद्भुत धैर्य और परिपक्वता का प्रदर्शन किया। दोनों ने डिफेंसिव शुरुआत करते हुए शुरुआती गेंदबाजों के आक्रमण को संभाला और बाद में खुलकर शॉट्स खेले। युवा बल्लेबाज जायसवाल ने अपनी सूझबूझ और आक्रामकता का बेहतरीन मिश्रण दिखाते हुए 193 गेंदों में 90 रन बनाए। वहीं राहुल ने अपनी पिछली पारी के विवादास्पद आउट होने के बाद जोरदार वापसी करते हुए 153 गेंदों पर नाबाद 62 रन बनाए। स्टंप्स तक भारत का स्कोर 172/0 था, जिससे टीम ने कुल 218 रनों की विशाल बढ़त बना ली।
20 साल बाद सलामी जोड़ी का जलवा
यह भारतीय सलामी जोड़ी द्वारा ऑस्ट्रेलिया में 20 वर्षों के बाद 100 से अधिक रनों की साझेदारी करने का ऐतिहासिक क्षण था। राहुल और यशस्वी ने न केवल 100 रन की साझेदारी पूरी की, बल्कि पर्थ के मैदान पर भारत की सबसे बड़ी ओपनिंग पार्टनरशिप का रिकॉर्ड भी अपने नाम किया।
तीसरे दिन की चुनौती
तीसरे दिन का खेल भारत के लिए निर्णायक साबित हो सकता है। भारतीय बल्लेबाजों का लक्ष्य अपनी बढ़त को और मजबूत करना होगा, जिससे ऑस्ट्रेलिया के लिए मुकाबले में वापसी करना मुश्किल हो जाए। दूसरी ओर, ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों को जल्दी विकेट चटकाने होंगे ताकि मैच पर पकड़ बनाई जा सके।