KNEWS DESK- अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। दावा किया जा रहा है कि उसकी हालत गंभीर है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, उसे किसी अनजान व्यक्ति ने जहर दे दिया था हालांकि, इस खबर को लेकर अभी तक कोई आधिकारिक सूचना नहीं आई है। इसके अलावा, सोशल मीडिया पर दाऊद के अस्पताल में भर्ती होने को लेकर तमाम दावे किए जा रहे हैं। मुंबई में 1993 में हुए सीरियल ब्लास्ट का मास्टर माइंड दाऊद ही था। साल 2011 में FBI और FORBES की एक लिस्ट में उसे दुनिया का तीसरा मोस्ट वांटेड भगोड़ा अपराधी बताया गया था। अब इतना बड़ा अपराधी दाऊद इब्राहिम कैसे बना। उसकी क्राइम कुंडली आज हम आपको बताएंगे-
दाऊद इब्राहिम का जन्म 1955 में मुंबई में हुआ था। उसकी परवरिश मध्य मुंबई की एक झुग्गी बस्ती डोंगरी में हुई। दाऊद इब्राहिम के पिता एक पुलिस कांस्टेबल थे। दाऊद इब्राहिम कम उम्र से ही चोरी, डकैती और धोखाधड़ी में शामिल हो गया। साल 1974 में मात्र 19 साल की कम उम्र में ही दाऊद इब्राहिम उस समय मुंबई के सबसे बड़े डॉन हाजी मस्तान का करीबी बन गया। हालांकि, कुछ समय बाद ही दाऊद इब्राहिम ने मस्तान और उसके सहयोगियों के खिलाफ लड़ाई छेड़ दी। साल 1981 में दाऊद इब्राहिम और उसके भाई शब्बीर को एक गैस स्टेशन में मस्तान की गैंग के लोगों ने घेर लिया। इस दौरान शब्बीर मारा गया और दाऊद वहां से भाग गया। तीन साल के अंतराल के बाद साल 1984 में दाऊद ने अपने भाई शब्बीर की हत्या में शामिल तीनों हत्यारों को मार डाला। हिंसा इतनी बढ़ गई थी कि उसे संभालना मुश्किल हो गया था। इसके बाद मस्तान 1984 में ही दुबई भाग गया जहां वह व्हाइट हाउस बंगले में रहता था और मुंबई में दाऊद छोटा राजन के साथ मिलकर डी कंपनी चलाने लगा।
भारत ने साल 1991 में विदेशी व्यापारियों को देश में निवेश करने की अनुमति दी। इसी दौरान कालाबाजारी पुरानी हो गई। जापानी टीवी या चीनी रेडियो जैसी चीज़ें कानूनी तौर पर खरीदी जाने लगी। धीरे-धीरे मुंबई की गद्दी पर दाऊद की खेप वाले जहाजों की संख्या कम हो गई। उसी साल पुलिस और डी कंपनी के सदस्यों के बीच भारी गोलीबारी हुई। बाबरी मस्जिद को साल 1993 में गिराने के बाद मुंबई में 13 बम विस्फोट हुए। बम धमाकों में करीब 250 लोगों की मौत हो गई। गिरफ्तारी से बचने के लिए दाऊद दुबई भाग गया। कुछ समय बाद वो पाकिस्तान के सबसे बड़े शहर कराची में चला गया। साल 1993 में दाऊद को 25 मिलियन डॉलर का इनामी घोषित कर दिया गया। साल 2011 में FBI और FORBES की एक लिस्ट में दाऊद इब्राहिम को दुनिया का तीसरा मोस्ट वांटेड भगोड़ा अपराधी बताया गया। तो वहीं साल 2003 में दाऊद इब्राहिम को भारत और अमेरिका की तरफ से वैश्विक आतंकवादी घोषित कर दिया गया।
पाकिस्तान के हाफिज सईद की प्रतिबंधित संगठन लश्कर-ए-तैयबा ने साल 2008 में 26/11 मुंबई हमले को अंजाम दिया। जिसमें आतंकियों ने पूरे मुंबई में विस्फोट किए और इसमें ताज होटल की चार दिनों की घेराबंदी भी शामिल थी। खबरें तो ये भी हैं कि दाऊद ने ही इस हमले की साजिश रची थी।इधर डी कंपनी एक अंतरराष्ट्रीय आपराधिक संगठन बन गया। दक्षिण एशिया के अलावा, डी कंपनी कुछ अफ्रीकी देशों के लिए भी सिर दर्द बन गई क्योंकि दाऊद ने पूर्वोत्तर नाइजीरिया में स्थित संयुक्त राष्ट्र की तरफ से नामित आतंकवादी संगठन बोको हराम में Invest किया है।
दाऊद इब्राहिम 68 साल का भगोड़ा है जो दुनिया भर की जांच एंजेसियों से छिपकर कराची में रह रहा है। इसके पहले दावा किया गया था कि वो गंभीर बीमारी से जूझ रहा था। रिपोर्ट के अनुसार, कुछ समय पहले भी चर्चा चली थी कि गैंग्रीन के कारण कराची के एक अस्पताल में उसके पैर की दो उंगलियां काट दी गई थी और अब खबरें ये भी आ रही हैं कि किसी अनजान व्यक्ति ने दाऊद को जहर दिया है। कुछ रिपोर्टस का ये भी दावा है कि दाऊद की मौत हो चुकी है।
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