KNEWS DESK – पंजाब के बागवानी मंत्री एस. चेतन सिंह जौरामाजरा ने बागवानी क्षेत्र में पंजाब को सबसे आगे लाने के उद्देश्य से जिलावार बैठकों की श्रृंखला शुरू की है।
प्रारंभिक चरण में, कैबिनेट मंत्री ने अपने आधिकारिक आवास पर बैठक बुलाई। जिसमें विभाग के प्रदर्शन, प्रगति, उन्नयन और जमीनी स्तर के बारे में प्रत्यक्ष जानकारी हासिल करने के लिए जिला अमृतसर, गुरदासपुर, पठानकोट, तरनतारन, फिरोजपुर, फाजिल्का और कपूरथला के उप निदेशकों के साथ बैठक की गई।
उन्होंने जहां विभाग के विकास के लिए नई योजना की संभावनाओं के बारे में अधिकारियों से सुझाव मांगे। वहीं उन्होंने मौजूदा योजनाओं के कार्यान्वयन में बाधा बनने वाले मुद्दों का तुरंत समाधान करने को कहा।जौरामाजरा ने जिला अधिकारियों को राज्य में किसानों को लाभ पहुंचाने वाली नई परियोजनाएं बनाने और इस संबंध में जल्द से जल्द एक रिपोर्ट उनके कार्यालय में जमा करने का निर्देश दिया।
कैबिनेट मंत्री ने सरकारी नर्सरियों के पौधों, खर्च और राजस्व का आकलन किया और अधिकारियों को फसल विविधीकरण के प्रभाव को अधिकतम करने के लिए केंद्रीय सहायता योजनाओं के कार्यान्वयन की रणनीति बनाने का निर्देश दिया।उन्होंने कहा, बागवानी विकास केंद्र/इनक्यूबेशन सेंटर और उपकेंद्र का निर्माण राज्य की प्रगति में महत्वपूर्ण योगदान दे सकता है। इसलिए उन्हें इस क्षेत्र पर केंद्रित योजनाएं बनानी चाहिए।कैबिनेट मंत्री ने अधिकारियों को विपणन और प्रसंस्करण से संबंधित परियोजनाएं तैयार करने के लिए कृषि-सहयोगी विभागों के साथ गठजोड़ करने का निर्देश दिया।जिला कार्यालयों में कर्मचारियों की कमी को संबोधित करते हुए बागवानी मंत्री ने बताया कि बागवानी विभाग में विभिन्न पदों के लिए शीघ्र भर्ती शुरू करने के लिए अधिकारियों को पहले ही निर्देशित किया जा चुका है।उन्होंने कहा कि बागवानी विकास अधिकारी, बेलदार/मालिस और चौकीदार सहित लगभग 350 पदों पर भर्ती प्रक्रिया जल्द शुरू की जाएगी।
गौरतलब है कि जिला जालंधर, एसबीएस नगर, होशियारपुर, रोपड़ की बैठक 29 नवंबर को होगी। जबकि जिला एसएएस नगर, मानसा, फतेहगढ़ साहिब, पटियाला, बठिंडा और श्री मुक्तसर साहिब की बैठक 5 दिसंबर को बुलाई जाएगी।जिला संगरूर, बरनाला, मालेरकोटला, लुधियाना, मोगा और फरीदकोट की बैठक 6 दिसंबर को रखी गई है।