KNEWSDESK – मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शौर्य संग्रहालय का भूमि पूजन किया । इस दौरान उन्होंने 64 वर्ष पूर्व सीआरपीएफ के जवानों की शहादत को याद किया, वहीं जवानों के शौर्य को जानना जरूरी बताया । इस कार्यक्रम में विधायक राजेश्वर सिंह , मंत्री जयवीर सिंह , मुख्य सचिव डीएस मिश्रा शामिल हुए । सीएम ने कहा कि शौर्य संग्रहालय के रूप में स्थापित किया जा रहा है। यह देश का पहला नौसेना संग्रहालय होगा , इससे हमारी युवा पीढ़ी को सेना के शौर्य को जानने का अवसर मिलेगा । आपको बता दें कि इस संग्रहालय में रिटायर्ड युद्ध पोत स्थापित किए जाएंगे। संग्रहालय की लागत 23 करोड़ रुपए बताई जा रही है।
इस कार्यक्रम में सीएम योगी ने कहा कि आज यहां नौसेना शौर्य संग्रहाल्य की नींंव रखी जा रही है। इसके लिए वाइस एडमिरल को हृदय से धन्यवाद । आज पुलिस स्मृति दिवस भी है ,देश की सुरक्षा के लिए 64 वर्ष पूर्व लद्दाख में सीआरपीएफ के जवानों ने शहादत दी थी । आज हमारे लिए गौरव का क्षण है क्योंकि 34 वर्ष तक देश सेवा करने वाले आईएनएस गोमती को जब डी कमीशन किया गया तो वो यहां शौर्य संग्रहालय के रूप में स्थापित किया जा रहा है। यह देश का पहला नौसेना संग्रहालय होगा। इससे हमारी युवा पीढ़ी को सेना के शौर्य को जानने का अवसर मिलेगा । अपनी विरासत अतीत को विस्मृत करके कोई समाज आगे नहीं बढ़ सकता । अतीत पथ प्रदर्शक होता है । उत्तरप्रदेश 2014 के पहले लैंड लॉकड स्टेट था । कोई भी वस्तु जलमार्ग से बाहर नहीं जा सकती थी।
नौसेना शौर्य संग्रहालय से युवाओं को प्रेरणा
सचिव दुर्गाशंकर मिश्र ने कहा कि लखनऊ के लिए आज शुभदिन है । आईएनएस गोमती के अंश के साथ नेवल शौर्य संग्रहालय का शिलान्यास है । लखनऊ के पर्यटन के विकास में ये महत्वपूर्ण योगदान देगा । नौसेना शौर्य संग्रहालय से युवाओं को प्रेरणा मिलेगी । आगे कहा कि उनके विजन से देश प्रदेश आगे बढ़ रहे हैं। यूपी में सबसे ज्यादा 32 करोड़ देशी पर्यटकों को आकर्षित किया है।
भारतीय नौसेना और लखनऊ में बड़ा संबंध
वाइस एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी ने कहा कि भारतीय नौसेना और लखनऊ मेें बड़ा संबंध है । हमारा युद्ध पोत आईएनएस गोमती का नाम लखनऊ की गोमती पर रखा गया। युद्धपोत पर लखनऊ का छतर मंजिल का चित्र अंकित है । प्रदेश की राजधानी में शौर्य संग्रहालय के लिए मैं धन्यवाद देता हूं । आगे कहा कि पृथ्वी का 71 प्रतिशत पानी है । विश्व का 90 प्रतिशत ट्रेड भी जल के जरिए होता है। सुरक्षा के लिए हम पहले से ज्यादा कदम उठा रहे हैं । भारतीय नौसेना का जब कोई पोत रिटायर होता है । तो नया पोत उसके नाम पर आता है, जल्द आईएनएस गोमती नौसेना में शामिल होगा।