KNEWS DESK – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को दिल्ली के भारत मंडपम में आयोजित ‘विकसित भारत यंग लीडर्स डायलॉग’ में प्रतिभागियों से मुलाकात की। इस कार्यक्रम का आयोजन राष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर किया गया, जो स्वामी विवेकानंद की जयंती 12 जनवरी को मनाया जाता है।
कार्यक्रम का उद्देश्य
आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को दिल्ली स्थित भारत मंडपम पहुंचे, जहां उन्होंने ‘विकसित भारत यंग लीडर्स डायलॉग’ कार्यक्रम में भाग लिया। इस कार्यक्रम का आयोजन राष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर किया गया था, जो स्वामी विवेकानंद की जयंती 12 जनवरी को मनाया जाता है। इस विशेष दिन को ध्यान में रखते हुए, पीएम मोदी ने एक लाख युवाओं से संवाद किया और उन्हें 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने के लिए अपने विचार और दृष्टिकोण साझा करने का अवसर दिया। प्रधानमंत्री मोदी का उद्देश्य इस कार्यक्रम के माध्यम से युवाओं को राजनीति से जोड़ना और उन्हें विकसित भारत के निर्माण के लिए प्रेरित किया। इस कार्यक्रम में बिना किसी राजनीतिक संबद्धता के एक लाख युवाओं को शामिल किया गया। पीएम मोदी ने कहा कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य उन युवाओं को राजनीति में लाने का है, जो देश के विकास में सक्रिय रूप से भाग लेना चाहते हैं।
कौन से विषयों पर हुई चर्चा?
इस संवाद सत्र में पीएम मोदी ने युवाओं से विकसित भारत, महिला सशक्तिकरण, डिजिटल भारत, खेलों में श्रेष्ठता जैसे 10 महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की। कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री ने भारत मंडपम में आयोजित राष्ट्रीय युवा महोत्सव में युवाओं से 2047 तक भारत के रोडमैप पर उनके विचार जाने। इस महोत्सव का उद्देश्य युवा नेतृत्व को बढ़ावा देना और उन्हें राजनीति में सक्रिय रूप से शामिल करने के लिए एक मंच प्रदान करना था।
युवाओं के योगदान का महत्व
प्रधानमंत्री मोदी ने इस दौरान सोशल मीडिया पर भी एक पोस्ट साझा करते हुए कहा, “जो युवा विज्ञान, प्रौद्योगिकी, नवाचार और संस्कृति के प्रति जुनून रखते हैं, वे न केवल अपने क्षेत्र में बल्कि पूरे देश के विकास में महत्वपूर्ण योगदान देंगे।” उन्होंने यह भी कहा कि युवा देश के विकास के विजन को सही दिशा में आगे बढ़ाने के लिए तैयार हैं और उन्हें ऐसे प्लेटफॉर्म की आवश्यकता है जहां वे अपने विचार व्यक्त कर सकें और नीतियों में बदलाव ला सकें।
तेज गति से बदलती तकनीक
विकसित भारत के रोडमैप पर चर्चा करते हुए, पीएम मोदी ने युवाओं से आह्वान किया कि उन्हें तकनीकी ज्ञान में लगातार खुद को अपग्रेड करना होगा। उन्होंने यह भी कहा कि भारत को स्टार्टअप राजधानी बनाने के लिए युवाओं को आगे आना चाहिए और इसे एक राष्ट्रीय मिशन के रूप में अपनाना चाहिए।
राष्ट्रीय युवा महोत्सव को एक नई दिशा
इस बार के राष्ट्रीय युवा महोत्सव को एक नई दिशा में प्रस्तुत किया गया था, जो सांस्कृतिक आदान-प्रदान और युवा ऊर्जा का प्रतीक था। प्रधानमंत्री मोदी ने इसे “युवाओं के लिए, युवाओं द्वारा और युवा संकल्प के साथ” आयोजित किया कार्यक्रम बताया। उन्होंने कहा कि यह महोत्सव न केवल एक आयोजन है, बल्कि यह एक अभियान है, जो युवाओं को सशक्त करने और उनकी नेतृत्व क्षमता को प्रोत्साहित करने का काम करता है।