KNEWS DESK- आज स्वामी विवेकानंद की 162वीं जयंती के अवसर पर दिल्ली के भारत मंडपम में ‘विकसित भारत यंग लीडर्स डायलॉग’ कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शिरकत करेंगे और पूरा दिन युवा नेताओं के साथ बिताएंगे। प्रधानमंत्री ने इस कार्यक्रम में अपनी उपस्थिति को लेकर खुद जानकारी दी और इसके महत्व पर जोर दिया।
‘विकसित भारत यंग लीडर्स डायलॉग’ कार्यक्रम का उद्देश्य बिना किसी राजनीतिक पृष्ठभूमि के एक लाख युवाओं को राजनीति में प्रवेश करने के लिए प्रेरित करना है। यह प्रधानमंत्री मोदी के उस प्रयास का हिस्सा है, जिसमें वह देश के युवाओं को राष्ट्रीय विकास और राजनीति में सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए प्रेरित करना चाहते हैं। पीएम मोदी ने इस पहल का उल्लेख अपने लोकप्रिय रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ में भी किया था, जिसमें उन्होंने इसे युवाओं के लिए एक सुनहरा अवसर बताया।
कार्यक्रम का आयोजन राष्ट्रीय युवा दिवस के दिन किया जा रहा है, जो स्वामी विवेकानंद की जयंती के रूप में मनाया जाता है। स्वामी विवेकानंद के जीवन और उनके योगदान को याद करते हुए, यह कार्यक्रम युवा शक्ति को समाज और राष्ट्र के निर्माण में भागीदार बनाने का एक प्रयास है। स्वामी विवेकानंद के विचारों से प्रेरित होकर प्रधानमंत्री मोदी ने इस आयोजन को विशेष रूप से युवाओं को दिशा देने और उन्हें राष्ट्र निर्माण में शामिल करने के लिए चुना है।
प्रधानमंत्री मोदी का यह प्रयास युवा नेताओं को सशक्त बनाने, उन्हें राजनीतिक प्रक्रिया से जोड़ने और विकास की दिशा में सक्रिय भूमिका निभाने के लिए प्रेरित करने का है। इसके तहत युवा नेताओं को राजनीति में आने के अवसर मिलेंगे और वे अपनी आवाज़ को राष्ट्रीय मंच पर प्रभावी ढंग से प्रस्तुत कर सकेंगे।
इस कार्यक्रम से यह उम्मीद जताई जा रही है कि युवा पीढ़ी के बीच राजनीतिक जागरूकता और सक्रियता बढ़ेगी, जिससे भारतीय राजनीति और समाज को नई दिशा मिल सकेगी। पीएम मोदी का मानना है कि युवा देश के भविष्य के लिए एक मजबूत आधार हैं, और उनकी भागीदारी से ही भारत को एक सशक्त और विकसित राष्ट्र बनाया जा सकता है।
यह पहल न केवल स्वामी विवेकानंद के विचारों को अमल में लाने का प्रयास है, बल्कि यह युवाओं को उनके कर्तव्यों और जिम्मेदारियों से अवगत कराने के लिए भी एक महत्वपूर्ण कदम है।
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