KNEWS DESK – भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा की पहली वर्षगांठ आज अयोध्या में धूमधाम से मनाई जा रही है। एक साल पहले, 2024 में पौष शुक्ल द्वादशी तिथि को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यजमानी में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हुई थी, और आज इस पवित्र अवसर पर अयोध्या में भव्य आयोजन किए गए हैं। इस समारोह की शुरुआत उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भगवान श्रीराम के अभिषेक से की।
सीएम योगी का भावुक संबोधन
आपको बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस ऐतिहासिक अवसर पर रामलला का अभिषेक किया और राममंत्र का उच्चारण करते हुए पूजा अर्चना की। इस दौरान उन्होंने कहा कि यह उनके लिए एक गौरव का विषय है क्योंकि उनकी तीन पीढ़ियां राम मंदिर आंदोलन से जुड़ी रही हैं। उन्होंने अपने गुरुदेव का जिक्र करते हुए बताया कि उनके गुरुदेव भी अपने अंतिम समय में राम मंदिर के लिए चिंतित थे और उन्होंने अस्पताल में अशोक सिंघल से यह पूछा था कि “राम जी का मंदिर बन तो जाएगा न?” इसका उत्तर सुनने के बाद ही उन्होंने देहत्याग किया था।
साढ़े 500 वर्षों का संघर्ष और आज का गौरवपूर्ण दिन
सीएम योगी ने यह भी कहा कि राम मंदिर के निर्माण के लिए साढ़े 500 वर्षों का संघर्ष करना पड़ा। एक लंबे संघर्ष के बाद आज यह अवसर आया है, जब भगवान श्रीराम अपने भव्य मंदिर में विराजमान हैं। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि राम मंदिर सिर्फ अयोध्या या उत्तर प्रदेश ही नहीं, बल्कि समूचे देश और सनातन धर्म के लिए गर्व की बात है।
तीन दिवसीय भव्य समारोह
राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा की पहली वर्षगांठ पर अयोध्या में तीन दिवसीय समारोह आयोजित किया जा रहा है। इस दौरान मंदिर परिसर में 1975 मंत्रों से अग्निदेव को आहुतियां दी जा रही हैं। 11 वैदिक ब्राह्मण दो सत्रों में मंत्रोच्चार करेंगे, जिसमें कुल छह लाख मंत्रों का जाप किया जाएगा। समारोह के दौरान अन्य धार्मिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जा रहा है, जैसे राम रक्षा स्त्रोत, हनुमान चालीसा, पुरूष शुक्त, श्रीशुक्त, आदित्य हृदय स्त्रोत और अथर्वशीर्ष का परायण। दक्षिणी प्रार्थना मंडप में रोज शाम को राग सेवा की प्रस्तुति होगी और मंदिर परिसर में शाम को छह से नौ बजे तक रामलला के सामने बधाई गान होगा।
यात्री सुविधा केंद्र और अंगद टीला पर विशेष आयोजन
इसके अतिरिक्त, अयोध्या के यात्री सुविधा केंद्र में तीन दिवसीय संगीतमय मानस पाठ का आयोजन किया गया है। अंगल टीला पर भी विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है, जिससे यह महापर्व और भी भव्य बन गया है।
अयोध्या में हुई प्रगति
सीएम योगी ने यह भी बताया कि अयोध्या अब सिर्फ धार्मिक स्थल नहीं, बल्कि एक विकसित शहर के रूप में उभर रहा है। यहां अब हवाई अड्डा है, सड़कें बेहतर हो चुकी हैं, और सरयू नदी का जल अब सड़ता नहीं है। अयोध्या में हो रहे बदलावों से यह साफ जाहिर होता है कि यहां के लोग और सरकार, दोनों मिलकर राम मंदिर के आंदोलन को अपने जीवन का हिस्सा मानते हैं और इसे हर संभव तरीके से सम्मानित करने के लिए काम कर रहे हैं।