KNEWS DESK – राजस्थान में महिलाओं की सशक्तीकरण के लिए शुरू की गई अनूठी पहल ‘मरु उड़ान’ अब राज्य के हर कोने तक पहुंचेगी। बाड़मेर जिले की जिला कलेक्टर और आईएएस अधिकारी टीना डाबी ने पिछले साल नवंबर में इस योजना की शुरुआत की थी। योजना के सकारात्मक प्रभाव को देखते हुए अब इसे ‘राजस्थान मरु उड़ान’ के नाम से पूरे राज्य में लागू किया जा रहा है। 9 जनवरी से यह पहल राजस्थान के सभी जिलों में शुरू हो जाएगी, जिससे लाखों महिलाओं को इसका लाभ मिलेगा।
राज्य स्तर पर पहल का विस्तार
आपको बता दें कि महिला अधिकारिता विभाग की आयुक्त नीतू राजेश्वर ने इस संबंध में आदेश जारी किया है। इस आदेश के अनुसार, ‘राजस्थान मरु उड़ान’ कार्यक्रम को राज्य के सभी जिलों में लागू किया जाएगा। इस पहल में स्वास्थ्य, उद्योग, पुलिस, परिवहन, कृषि, शिक्षा जैसे विभिन्न सरकारी विभाग शामिल होंगे। यह पहल महिलाओं के स्वास्थ्य, शिक्षा, स्वरोजगार, आत्मरक्षा, वित्तीय प्रबंधन और आत्मविश्वास को बढ़ावा देने के उद्देश्य से बनाई गई है।
‘मरु उड़ान’ से जुड़े कार्यक्रम और गतिविधियां
‘राजस्थान मरु उड़ान’ पहल के तहत पंचायत स्तर पर कई कार्यक्रमों और गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा। इसमें मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य, कौशल प्रशिक्षण, साइबर अपराध से सुरक्षा, ड्राइविंग कोर्स, बाजरा कुकीज प्रशिक्षण कार्यशाला, जल प्रबंधन और अपशिष्ट प्रबंधन जैसे सत्र शामिल होंगे। इसके अलावा स्वास्थ्य जांच शिविर भी लगाए जाएंगे, ताकि महिलाओं को उनके स्वास्थ्य की जांच करने का मौका मिल सके।
बाड़मेर में सफलतापूर्वक लागू की गई थी पहल
‘मरु उड़ान’ की शुरुआत बाड़मेर जिले से हुई थी, जहां 12 नवंबर से यह पहल ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ योजना के तहत शुरू की गई थी। बाड़मेर में इस कार्यक्रम के तहत 3000 से अधिक महिलाएं शामिल हुईं और 1538 महिलाओं ने 5000 से अधिक स्वास्थ्य जांच कराई। इस पहल के तहत जिला-स्तरीय कार्यक्रम और संवाद सत्र आयोजित किए गए, जिसमें महिलाओं के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य, स्वरोजगार, आत्मरक्षा और आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए विशेष सत्र आयोजित किए गए।
टीना डाबी का दीर्घकालिक उद्देश्य
टीना डाबी ने इस पहल का दीर्घकालिक उद्देश्य महिला सशक्तीकरण के लिए एक स्थायी प्राणली बनाना बताया। उनका कहना था कि भविष्य में इस कार्यक्रम में शामिल होने वाली महिलाओं को स्वास्थ्य, वित्तीय प्रबंधन और कौशल विकास के बारे में दूसरों को शिक्षित करने के लिए प्रेरित और प्रशिक्षित किया जाएगा, ताकि वे इस पहल की ‘ब्रांड एंबेसडर’ बन सकें।
महिलाओं को मिलेगा बड़ा फायदा
इस पहल के तहत महिलाओं को कई तरह के फायदे मिलेंगे। कार्यक्रम में महिलाओं को न केवल स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में जागरूक किया जाएगा, बल्कि स्वरोजगार और आत्मरक्षा की दिशा में भी उन्हें महत्वपूर्ण जानकारी दी जाएगी। इसके अलावा, महिलाएं इस पहल के जरिए अपने आत्मविश्वास को भी बढ़ा सकेंगी और समाज में अपनी भूमिका को और मजबूत बना सकेंगी।