नई दिल्ली: रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग रुकने का नाम नहीं ले रही है, जिसके चलते पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था पर भी इसका असर दिख रहा है। जंग को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत की सुरक्षा तैयारियों को लेकर रविवार को एक हाई-लेवल मीटिंग की। इस हाई लेवल मीटिंग में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, विदेश मंत्री एस. जयशंकर, विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल मौजूद रहे।
बता दे कि, प्रधानमंत्री मोदी पहले भी रूस और यूक्रेन के मामले में केंद्रीय मंत्रियों और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ कई हाई-लेवल मीटिंग्स कर चुके हैं। वैश्विक दबाव और अमेरिका समेत तमाम यूरोपीय देशों की ओर लगाए गए सख्त प्रतिबंधों के बावजूद रूस यूक्रेन पर लगातार अपने हमले तेज करता जा रहा है। रूस ने यूक्रेन के दक्षिण में मारियुपोल पर अपना शिकंजा कस लिया है, साथ ही यूक्रेन की राजधानी कीव के बाहरी इलाकों में गोलाबारी तेज कर दी है।
यूक्रेन के हालात बत से बत्तर-
रूसी सेना यूक्रेन में भयंकर तबाही मचा रही है. भारत सहित दुनिया के कई देश यूक्रेन युद्ध विराम की बात को दोहरा चुके हैं. वहीं पूर्व जर्मन चांसलर गेरहार्ड श्रोएडर ने यूक्रेन में युद्ध को समाप्त करने के लिए रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से कई घंटों तक मुलाकात की. जर्मनी मीडिया बिल्ड एम सोनटैग (बीएएमएस) ने भी इस मुलाकात की पुष्टि की. वहीं हमले के बीच यूक्रेन में फंसे लोगों का सुरक्षित बाहर निकालने का काम जारी है।