KNEWS DESK – दुनियाभर में सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाला इंस्टेंट मैसेजिंग ऐप व्हॉट्सऐप (WhatsApp) ने एक अहम फैसला लिया है, जिसका सीधा असर एंड्रॉयड और आईफोन यूजर्स पर पड़ेगा। कंपनी ने घोषणा की है कि 1 जनवरी 2025 से कुछ स्मार्टफोन्स के लिए व्हॉट्सऐप का सपोर्ट खत्म कर दिया जाएगा। इसका मतलब है कि जिन यूजर्स के पास पुराने एंड्रॉयड या iPhone डिवाइस होंगे, वे व्हॉट्सऐप का इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे।
एंड्रॉयड यूजर्स के लिए क्या बदलाव होगा
आपको बता दें कि व्हॉट्सऐप ने 1 जनवरी 2025 से एंड्रॉयड KitKat और इससे पुराने वर्जन पर काम करने वाले स्मार्टफोन्स के लिए सपोर्ट खत्म करने का फैसला लिया है। इसका सीधा असर उन स्मार्टफोन्स पर पड़ेगा जो पुराने ऑपरेटिंग सिस्टम पर चलते हैं। ऐसे यूजर्स को व्हॉट्सऐप का इस्तेमाल जारी रखने के लिए अपने स्मार्टफोन को अपग्रेड करना होगा।
अगर आपका स्मार्टफोन एंड्रॉयड KitKat या उससे पुराना वर्जन चला रहा है, तो अब आपको व्हॉट्सऐप चलाने के लिए नया फोन खरीदना होगा। व्हॉट्सऐप ने यह कदम इसलिए उठाया है क्योंकि पुराने स्मार्टफोन्स के हार्डवेयर और सॉफ़्टवेयर व्हॉट्सऐप के नए फीचर्स और अपडेट्स के साथ कम्पैटिबल नहीं हैं।
इन स्मार्टफोन्स में नहीं चलेगा व्हॉट्सऐप
व्हॉट्सऐप का सपोर्ट 1 जनवरी 2025 से जिन स्मार्टफोन्स पर खत्म होगा, उनमें प्रमुख डिवाइस निम्नलिखित हैं-
- Motorola Moto G
- Samsung Galaxy S3
- Samsung Galaxy Note 2
- Sony Xperia Z
- LG Optimus G
- Sony Xperia Z
- HTC One X
इन स्मार्टफोन्स के यूजर्स को 1 जनवरी से व्हॉट्सऐप का इस्तेमाल करने के लिए अपने डिवाइस को अपग्रेड करना होगा।
आईफोन यूजर्स पर भी असर
यह बदलाव केवल एंड्रॉयड यूजर्स तक सीमित नहीं है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, व्हॉट्सऐप iOS 15.1 और इससे पुराने वर्जन पर काम करने वाले iPhones के लिए भी सपोर्ट को खत्म कर सकता है। इसका मतलब है कि आईफोन 5s, iPhone 6 Plus और iPhone 6 चलाने वाले यूजर्स को भी व्हॉट्सऐप का इस्तेमाल बंद हो जाएगा।
हालांकि, आईफोन यूजर्स को नए अपडेट्स के लिए थोड़ा अधिक वक्त मिलेगा। रिपोर्ट्स के अनुसार, iPhone यूजर्स के पास 5 मई 2025 तक का समय होगा, जिसके बाद वे अपने फोन को अपग्रेड कर सकते हैं यदि वे व्हॉट्सऐप का इस्तेमाल जारी रखना चाहते हैं।
क्यों हो रहा है यह बदलाव
व्हॉट्सऐप का यह कदम स्मार्टफोन और ऑपरेटिंग सिस्टम के तेज़ी से बदलते मानकों को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। कंपनी का कहना है कि पुराने स्मार्टफोन्स में नए फीचर्स को सही तरीके से चलाने के लिए आवश्यक हार्डवेयर और सॉफ़्टवेयर सपोर्ट नहीं होता, जिससे यूजर्स को बेहतर अनुभव मिल सके।