KNEWS DESK – पंजाब में किसानों ने आज ‘रेल रोको’ आंदोलन का ऐलान किया है, जिसके तहत किसान आज दोपहर 12 बजे से लेकर 3 बजे तक राज्य में गुजरने वाली सभी ट्रेनों को रोकने का काम करेंगे। किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने बताया कि पंजाब से गुजरने वाले सभी रेलवे ट्रैक को पूरी तरह से जाम किया जाएगा। इसमें जम्मू, दिल्ली, हरियाणा और अन्य राज्यों की ओर जाने वाले प्रमुख ट्रैक शामिल हैं। यह आंदोलन किसानों की विभिन्न समस्याओं के समाधान के लिए किया जा रहा है, खासकर Minimum Support Price (MSP) की गारंटी और अन्य मुद्दों के लिए।
किसान नेता सरवन सिंह पंधेर का बयान
बता दें कि किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने मीडिया से बातचीत में कहा, “हम सभी पंजाबियों को इस ‘रेल रोको’ आंदोलन में शामिल होने के लिए आमंत्रित करते हैं। हम आज अमृतसर के देवी दासपुरा में एकत्रित होंगे और यहां से रेल रोको विरोध में भाग लेंगे। पंजाब में जहां भी रेलवे ट्रैक हैं, वहां किसान मौजूद होंगे।” उन्होंने यह भी कहा कि गुरू रंधावा जैसे पंजाबी गायक भी इस आंदोलन का समर्थन कर रहे हैं, जो इस विरोध को व्यापक समर्थन दे रहे हैं। पंधेर ने स्पष्ट किया कि पंजाब से गुजरने वाला कोई भी रेलवे ट्रैक नहीं छोड़ा जाएगा। “हम दिल्ली जाने वाले ट्रैक, जम्मू-कश्मीर जाने वाली मेन लाइन, मालवा ट्रैक और हिमाचल के नांगल डैम पर भी कार्यक्रम आयोजित करेंगे। राजस्थान, हरियाणा और पंजाब से सटे सभी राज्यों में हम ट्रेनों को रोकने का काम करेंगे,” उन्होंने कहा।
मुख्यमंत्री पर तंज
किसान नेता ने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान पर तंज कसते हुए कहा, “मुख्यमंत्री के पास चुनाव प्रचार के लिए समय है, लेकिन किसानों के मुद्दे पर बात करने का समय नहीं है। यह सोचने की बात है कि जब किसानों के मुद्दे पर संवाद की आवश्यकता है, तो मुख्यमंत्री रैलियों में व्यस्त हैं।” पंधेर ने मुख्यमंत्री को 94 विधायक होने के बावजूद सरकार पर दबाव बनाने का भी सुझाव दिया।
किसानों की समस्याएं और बड़ा आंदोलन
किसान नेता ने आगे कहा कि पंजाब में हर दिन लगभग 50 किसान मजदूर आत्महत्या कर रहे हैं, जो किसानों की बढ़ती हुई समस्याओं का संकेत है। उन्होंने बताया कि 2022 में किसानों को MSP न मिलने के कारण करीब 15 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ, जबकि 2023 में यह आंकड़ा 8.5 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया। पंधेर ने यह भी कहा कि जब तक किसानों की समस्याओं का समाधान नहीं होता, तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा। “हमने आगे भी बड़े विरोध प्रदर्शन की योजना बनाई है और जल्द ही इसकी घोषणा करेंगे,” पंधेर ने कहा।
किसान आंदोलन का उद्देश्य
किसान आंदोलन का मुख्य उद्देश्य पंजाब के किसानों के विभिन्न मुद्दों को उजागर करना है, जिसमें MSP की गारंटी, किसानों की बढ़ती आत्महत्याएं और कृषि से जुड़ी अन्य समस्याएं शामिल हैं। किसानों का यह विरोध प्रदर्शन राज्य सरकार और केंद्र सरकार से मांग करता है कि किसानों के लिए ठोस कदम उठाए जाएं और उनकी समस्याओं का समाधान हो।