दिल्ली में प्रदूषण से बिगड़ी हवा, AQI 450 के पार, GRAP-4 लागू

KNEWS DESK-  दिल्ली में एक बार फिर से हवा की गुणवत्ता गंभीर रूप से खराब हो गई है, और वायु प्रदूषण के स्तर ने खतरनाक स्थिति उत्पन्न कर दी है। मंगलवार (17 दिसंबर) को दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 418 पर पहुंच गया, जो बहुत खराब श्रेणी में आता है। सोमवार रात से प्रदूषण के हालात बिगड़ने लगे थे, और हवा की गुणवत्ता में भारी गिरावट देखी गई। इसके बाद दिल्ली में ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) के चौथे चरण यानी GRAP-4 को लागू कर दिया गया है।

दिल्ली के 29 इलाके रेड जोन में, AQI 400 के पार

दिल्ली के 29 इलाकों में प्रदूषण की स्थिति बेहद गंभीर हो गई है, और इन क्षेत्रों में AQI 400 के पार पहुंच गया है, जिन्हें रेड जोन में रखा गया है। इन इलाकों में अलीपुर (AQI-449), आनंद विहार (AQI-465), अशोक विहार (AQI-456), बवाना (AQI-465), बुराड़ी क्रॉसिंग (AQI-447), मथुरा रोड (AQI-429), कर्णी सिंह (AQI-401), DTU (AQI-447), द्वारका सेक्टर-8 (AQI-427), ITO (AQI-434), जहांगीरपुरी (AQI-466), जवाहरलाल नेहरू (AQI-412), मेजर ध्यानचंद (AQI-426), मंदिर मार्ग (AQI-412) शामिल हैं।

इसके अलावा, मुंडका (AQI-432), नरेला (AQI-441), नेहरू नगर (AQI-461), नॉर्थ कैंपस (AQI-431), ओखला फेज-2 (AQI-433), प्रतापगढ़ (AQI-444), पंजाबी बाग (AQI-452), पूसा (AQI-419), RK पुरम (AQI-427), रोहिणी (AQI-462), शादीपुर (AQI-420), सोनिया विहार (AQI-445), विवेक विहार (AQI-458), और वजीरपुर (AQI-449) जैसे क्षेत्रों में भी प्रदूषण का स्तर 400 के पार है।

GRAP-4 के तहत लागू कड़े प्रतिबंध

दिल्ली में प्रदूषण की गंभीर स्थिति को देखते हुए सोमवार को GRAP-4 के तहत कड़े प्रतिबंधों को लागू किया गया। इस आदेश के तहत दिल्ली में सभी सार्वजनिक निर्माण कार्यों और तोड़फोड़ पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। इसके अलावा, गैर-जरूरी सामान लेकर आने वाले ट्रकों की एंट्री पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है। GRAP-4 का उद्देश्य हवा की गुणवत्ता में सुधार लाना और प्रदूषण से होने वाले स्वास्थ्य जोखिमों को कम करना है।

प्रदूषण से स्वास्थ्य पर असर

दिल्ली में प्रदूषण के स्तर में इतनी बढ़ोतरी से लोगों की सेहत पर गंभीर असर पड़ सकता है। विशेषज्ञों के अनुसार, अत्यधिक प्रदूषित हवा से सांस की बीमारियों, दिल की समस्याओं और अन्य स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतों का खतरा बढ़ जाता है। खासकर बच्चे, बुजुर्ग और सांस के मरीजों के लिए यह स्थिति खतरनाक हो सकती है।

सार्वजनिक परिवहन को प्रोत्साहित करने की अपील

दिल्ली सरकार और पर्यावरण मंत्रालय द्वारा सार्वजनिक परिवहन के इस्तेमाल को बढ़ावा देने की अपील की गई है। इसके अलावा, वाहनों के धुएं को कम करने के लिए शहरवासियों से अपील की गई है कि वे कार पूलिंग करें और गैर-जरूरी यात्रा से बचें।

दिल्ली की बढ़ती वायु गुणवत्ता समस्या को लेकर सरकार और पर्यावरण विभाग ने कई कदम उठाए हैं, लेकिन प्रदूषण की स्थिति में सुधार लाने के लिए और भी ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है।

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