KNEWS DESK – दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने राजधानी में नशीली दवाओं के बढ़ते दुरुपयोग और इसके नकारात्मक प्रभावों से निपटने के लिए एक व्यापक नशा विरोधी अभियान की शुरुआत करने की घोषणा की है। यह अभियान 1 दिसंबर 2024 से शुरू होगा और अगले तीन वर्षों में दिल्ली को नशा मुक्त बनाने का लक्ष्य रखा गया है।
युवाओं में नशे की बढ़ती लत को रोकने के लिए उठाया कदम
एलजी वीके सक्सेना ने कहा कि नशीली दवाओं का बढ़ता चलन देश के युवाओं के लिए एक गंभीर खतरा है, जिसका समाज पर दूरगामी असर पड़ रहा है। उन्होंने इसे एक रणनीतिक अंतरराष्ट्रीय मुद्दा भी बताया, जिससे देश की ताकत को कमजोर करने की कोशिश की जा रही है। इस नशा विरोधी अभियान के तहत युवाओं को जागरूक किया जाएगा और नशे से होने वाले दुष्प्रभावों से बचाने के उपाय सुझाए जाएंगे।
नशा तस्करी पर सख्ती
एलजी ने दिल्ली पुलिस और अन्य संबंधित एजेंसियों को निर्देश दिया कि वे मादक पदार्थों की तस्करी और खपत पर अंकुश लगाने के लिए अपने प्रयासों को तेज करें। इसके तहत, दिल्ली पुलिस को दिल्ली के विभिन्न छात्रावासों, कॉलेजों, स्कूलों, दवा दुकानों, पान की दुकानों, बार और रेस्तरां की जांच करने और उन्हें नशा मुक्त बनाने के निर्देश दिए गए हैं। इस अभियान के पहले चरण में दिल्ली पुलिस को 200 छात्रावासों, 50 कॉलेजों, 200 स्कूलों, 200 दवा दुकानों, 500 पान की दुकानों, और अन्य महत्वपूर्ण सार्वजनिक स्थलों की पूरी तरह से जांच करनी होगी।
शिक्षकों और अभिभावकों को एडवाइजरी जारी
इसके अलावा, एलजी ने समाज कल्याण विभाग को निर्देश दिया कि वह शिक्षकों और अभिभावकों को नशे के दुरुपयोग के खतरों से जागरूक करने के लिए एक एडवाइजरी भेजे। विभाग को शैक्षणिक संस्थानों और अभिभावकों के साथ सक्रिय रूप से जुड़ने के लिए भी कहा गया, ताकि वे अपने बच्चों की गतिविधियों पर नजर रख सकें और नशे के प्रभावों से उन्हें बचा सकें।
मुखबिरों को पुरस्कार और गोपनीयता
एलजी ने दिल्ली पुलिस से यह भी कहा कि नशीली दवाओं के खिलाफ मुखबिरों की पहचान गोपनीय रखी जाए और उन्हें नशे के खिलाफ कार्रवाई में मदद करने के लिए आकर्षक पुरस्कार दिए जाएं। इसके अलावा, नशे के खतरों के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए दिल्ली भर में नारे, पोस्टर और बैनर लगाए जाएंगे, जिनमें इन नशीली दवाओं के दुरुपयोग के दुष्प्रभावों को प्रमुखता से दिखाया जाएगा।
कई माध्यमों से चलाया जाएगा अभियान
यह नशा विरोधी अभियान कई माध्यमों से चलाया जाएगा, जिसमें टेलीविजन, रेडियो, सोशल मीडिया और आउटडोर विज्ञापन शामिल होंगे। दिल्ली के सार्वजनिक परिवहन, जैसे डीटीसी बसों, ऑटो-रिक्शा और टैक्सियों में भी इस अभियान के प्रचार के लिए पोस्टर और बैनर लगाए जाएंगे। इस व्यापक प्रचार से लोगों को नशीली दवाओं के दुरुपयोग से बचने और इसके दुष्प्रभावों के बारे में जागरूक किया जाएगा।
स्वस्थ और सुरक्षित समाज की स्थापना
इस अभियान का मुख्य उद्देश्य दिल्ली में नशीली दवाओं के नेटवर्क को खत्म करना और दवाओं की मांग को कम करना है। साथ ही, यह अभियान स्वस्थ और सुरक्षित समाज की स्थापना के लिए काम करेगा, ताकि आने वाले समय में युवाओं को नशे से बचाया जा सके और उनकी जिंदगी में सकारात्मक बदलाव लाया जा सके।