KNEWS DESK – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वर्तमान में कैरेबियाई देश गुयाना की दो दिवसीय यात्रा पर हैं। यह यात्रा भारत और गुयाना के बीच रिश्तों के लिहाज से ऐतिहासिक है, क्योंकि 56 साल बाद कोई भारतीय प्रधानमंत्री गुयाना पहुंचा है। इससे पहले, साल 1968 में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने गुयाना का दौरा किया था। प्रधानमंत्री मोदी की इस यात्रा ने दोनों देशों के बीच रिश्तों को और प्रगाढ़ बनाने का अवसर प्रदान किया है।
जार्जटाउन शहर की चाबी की गई थी भेंट
आपको बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी, ब्राजील में G20 समिट में भाग लेने के बाद गुयाना पहुंचे। उनके स्वागत के लिए गुयाना के राष्ट्रपति इरफान अली, प्रधानमंत्री मार्क एंथनी फिलिप्स और उनकी पूरी कैबिनेट मौजूद थी। प्रधानमंत्री मोदी को जार्जटाउन शहर की चाबी भेंट की गई, जो इस ऐतिहासिक यात्रा का प्रतीक बन गई। होटल पहुंचने पर प्रधानमंत्री मोदी का शानदार स्वागत हुआ और उन्होंने गुयाना में बसे भारतीय समुदाय से भी संवाद किया।
राष्ट्रपति इरफान अली की प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ
प्रधानमंत्री मोदी और गुयाना के राष्ट्रपति इरफान अली के बीच बुधवार को द्विपक्षीय वार्ता हुई, जिसमें दोनों देशों के बीच पांच महत्वपूर्ण समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए। इस वार्ता के बाद, राष्ट्रपति इरफान अली ने प्रधानमंत्री मोदी की जमकर सराहना की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी का गुयाना आना देश के लिए गर्व की बात है और यह गुयाना की अहमियत को वैश्विक स्तर पर और भी अधिक बढ़ाता है। राष्ट्रपति अली ने प्रधानमंत्री मोदी को “दुनियाभर के नेताओं का चैम्पियन” बताते हुए कहा कि मोदी ने पूरी दुनिया का नेतृत्व किया है और हमेशा सभी देशों को साथ लेकर चलने का प्रयास किया है। उनके नेतृत्व में भारत ने वैश्विक मंच पर अहम भूमिका निभाई है।
प्रधानमंत्री मोदी के संकल्प और समझौते
वार्ता के दौरान, प्रधानमंत्री मोदी ने गुयाना के लिए भारत के सहयोग के विभिन्न क्षेत्रों में संकल्प व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि भारत, गुयाना में रहने वाले लोगों को उनके कौशल विकास में सहयोग देने के साथ-साथ आगे भी यह सहयोग जारी रखेगा। उन्होंने यह भी वादा किया कि भारत गुयाना की सेना को प्रशिक्षण देने में मदद करेगा और गुयाना के युवाओं के लिए स्कॉलरशिप योजनाएं जारी रखेगा।
प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी घोषणा की कि भारत ने 2023 में गुयाना को मिलेट्स (मुख्य रूप से अनाज) भेजे थे, और अब भारत गुयाना को कृषि क्षेत्र में सहयोग प्रदान करेगा। इसके अलावा, भारत गुयाना में जन औषधि केंद्र खोलने की योजना बना रहा है। कृषि क्षेत्र में दोनों देशों के बीच कई समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए हैं, जिनका उद्देश्य गुयाना के विकास में भारत का योगदान बढ़ाना है।
नए दौर की शुरुआत
प्रधानमंत्री मोदी की गुयाना यात्रा ने दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों में एक नई दिशा दिखाई है। इससे पहले, भारतीय प्रधानमंत्री का गुयाना दौरा कई सालों से लंबित था, और अब यह यात्रा दोनों देशों के बीच मजबूत साझेदारी और सहयोग की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो रही है। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में, भारत ने वैश्विक मंच पर न केवल अपने प्रभाव को बढ़ाया है, बल्कि छोटे देशों के साथ अपने संबंधों को भी मजबूत किया है।