KNEWS DESK- मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने गुरुनानक जयंती के अवसर पर राजधानी भोपाल के अरेरा कॉलोनी स्थित गुरुद्वारा में पहुंचकर श्रद्धा से माथा टेका और प्रदेशवासियों को इस पवित्र अवसर की शुभकामनाएं दीं। मुख्यमंत्री ने गुरु नानक देव जी के जीवन और उनके योगदान को याद करते हुए उन्हें अखंड भारत का प्रणेता बताया और उनके संदेश को दुनिया भर के लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत बताया।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस अवसर पर कहा, “गुरु नानक जी जीवनभर सच्चाई, अच्छाई, समानता और मानवता के लिए कार्य करते रहे। उन्होंने समाज को न केवल धार्मिक, बल्कि सांस्कृतिक और सामाजिक दृष्टिकोण से भी एक नई दिशा दी। गुरु नानक जी ने भारत को एकता, भाईचारे और प्रेम की भावना से जोड़ने का प्रयास किया, और उनका यही संदेश आज भी हम सभी के लिए मार्गदर्शक है।”
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि गुरु नानक देव जी सिर्फ एक धार्मिक गुरु नहीं थे, बल्कि वे एक महान समाज सुधारक भी थे। उनके द्वारा स्थापित विचार और दर्शन आज भी मानवता की सेवा में अनमोल धरोहर के रूप में जीवित हैं। उन्होंने गुरु नानक के योगदान को याद करते हुए कहा, “गुरु नानक देव जी ने अपने जीवन में सच्चाई, भाईचारे और अहिंसा का जो संदेश दिया, वह सदैव मानवता के लिए प्रेरणास्त्रोत रहेगा। वे अखंड भारत के प्रणेता थे और उनके विचारों ने हमें एकता और समरसता का महत्व सिखाया।”
प्रकाश पर्व पर भव्य कार्यक्रम का आयोजन
मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि 17 नवंबर को मुख्यमंत्री निवास पर प्रकाश पर्व का एक भव्य कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा, जिसमें प्रदेशवासियों को आमंत्रित किया जाएगा। इस कार्यक्रम में गुरु नानक देव जी के योगदान पर चर्चा और उनके जीवन के आदर्शों को सम्मानित किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर प्रदेशवासियों से अपील की कि वे इस दिन को श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाएं।
भगवान बिरसा मुंडा की जयंती पर भी दी शुभकामनाएं
गुरुनानक जयंती के साथ ही मुख्यमंत्री ने भगवान बिरसा मुंडा की जयंती पर भी प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा, “भगवान बिरसा मुंडा ने स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उनका साहस और संघर्ष भारतीय आदिवासी समुदाय के लिए एक प्रेरणा है। हम उनके योगदान को याद करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं।”
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के द्वारा गुरुनानक जयंती और भगवान बिरसा मुंडा की जयंती पर की गई ये घोषणाएं और उनके विचार प्रदेश में साम्प्रदायिक एकता और समाजिक समरसता को बढ़ावा देने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकते हैं। उनके संदेश ने समाज के विभिन्न वर्गों को एकजुट होने और सद्भाव बनाए रखने की प्रेरणा दी है।
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