KNEWS DESK, अमेरिकी चुनाव 2024 का रोमांचक दौर निर्णायक मोड़ पर पहुंच चुका है। डेमोक्रेटिक उम्मीदवार कमला हैरिस और रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप के बीच कड़ा मुकाबला जारी है। एक ओर वोटों की गिनती जोरों पर है, और शुरुआती रुझानों में मामूली बढ़त के साथ कमला हैरिस आगे हैं। न्यूयॉर्क टाइम्स के हालिया सर्वे के अनुसार, कमला हैरिस को 49% और ट्रंप को 48% वोट मिल सकते हैं, जिससे दोनों उम्मीदवारों के बीच का अंतर बहुत कम दिखाई दे रहा है।
मुख्य मुद्दे: अमेरिका में चुनावी विचारधाराओं की जंग
इस चुनाव में कई महत्वपूर्ण मुद्दे हावी रहे हैं। चाहे वो अवैध आव्रजन का सवाल हो, गाजा संघर्ष की बात हो, गर्भपात पर नीति या महंगाई की समस्या—हर मुद्दे पर मतभेद और विचारधारा की स्पष्ट लड़ाई देखने को मिली है। दोनों उम्मीदवारों ने अपने-अपने रुख से जनता का ध्यान आकर्षित किया है, और अब यह देखना दिलचस्प होगा कि अमेरिकी जनता किसे चुनती है।
भारत के लिए क्या हैं चुनावी नतीजों के मायने?
अमेरिका के चुनावी नतीजे सिर्फ अमेरिका पर ही नहीं, बल्कि वैश्विक स्तर पर कई देशों पर असर डालते हैं। भारत के लिए भी यह चुनाव महत्वपूर्ण है, और भारत की नजरें इस पर टिकी हुई हैं। अगर डोनाल्ड ट्रंप फिर से सत्ता में आते हैं, तो आतंकवाद के खिलाफ भारत की जीरो टॉलरेंस नीति को समर्थन मिल सकता है, लेकिन साथ ही भारतीयों के लिए वीजा नियमों में सख्ती आ सकती है। वहीं कमला हैरिस के जीतने पर यह उम्मीद जताई जा रही है कि उनके भारतीय मूल को देखते हुए वीजा नीतियों में भारतीयों के लिए कुछ नरमी हो सकती है।
शुरुआती नतीजे: न्यू हैम्पशायर से मिले कड़े रुझान
न्यू हैम्पशायर, जो कनाडा की सीमा से सटा राज्य है, में सबसे पहले वोटों की गिनती शुरू हुई। शुरुआती रुझानों में ट्रंप और हैरिस ने तीन-तीन वोट प्राप्त किए हैं, जो दोनों के बीच एक रोमांचक प्रतिस्पर्धा का संकेत है। जैसे-जैसे समय बीत रहा है, इस करीबी मुकाबले में किसी भी ओर रुझान बदल सकते हैं।
वैश्विक प्रभाव और भविष्य की राह
इस चुनाव के नतीजे वैश्विक राजनीति, व्यापार और द्विपक्षीय संबंधों पर व्यापक असर डाल सकते हैं। अमेरिका के साथ भारत के संबंधों में बदलाव आना तय है, चाहे कोई भी जीते। भारत की जनता और नेतृत्व उम्मीद कर रहे हैं कि इस चुनाव के नतीजे भारत-अमेरिका के संबंधों को एक नई ऊँचाई पर ले जाएं और वैश्विक स्थिरता में योगदान दें।