KNEWS DESK – इस वर्ष, दीपावली का त्योहार 31 अक्टूबर और 01 नवंबर को मनाया जा रहा है। अमावस्या तिथि के दो दिन पड़ने के कारण देश के विभिन्न हिस्सों में लोग अपने-अपने समयानुसार इस पर्व को मना रहे हैं। आज शाम लक्ष्मी और गणेश पूजा के लिए शुभ मुहूर्त 5:36 बजे से शुरू होगा और 6:16 बजे तक रहेगा।
लक्ष्मी पूजा के लिए शुभ मुहूर्त
- शाम 5:36 से 6:16
- अवधि: 41 मिनट
प्रदोष काल
- शाम 5:36 से रात 8:11 तक रहेगा।
व्यापारियों के लिए विशेष पूजा समय
- मध्यरात्रि 12:55 से दोपहर 3:10 तक।
दिवाली पूजा विधि और सामग्री
लक्ष्मी पूजा का विशेष महत्व है, क्योंकि मां लक्ष्मी को धन, वैभव और समृद्धि की देवी माना जाता है। पूजा में कुछ आवश्यक सामग्रियों का उपयोग किया जाता है:
- कमल का फूल: मां लक्ष्मी का प्रिय माना जाता है और इसे अर्पित करने से देवी प्रसन्न होती हैं।
- श्रीयंत्र: इसे लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है। घर में इसे स्थापित करने से धन की वृद्धि होती है।
- घी का दीपक: दीपक जलाने से मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है। दीपक को पूर्व और उत्तर दिशा में जलाना शुभ होता है।
- चांदी के सिक्के: पूजा में इनका अर्पण करने से आर्थिक लाभ की प्राप्ति होती है।
- हल्दी और सिंदूर: इनका उपयोग करने से मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है।
- गोमती चक्र: इसे तिजोरी या पूजा स्थल पर रखने से आर्थिक परेशानियों से राहत मिलती है।
- कौड़ी: इसे मां लक्ष्मी के चरणों में अर्पित करने से धन की कमी नहीं होती।
दिवाली का महत्व
दीपावली का पर्व केवल दीप जलाने का नहीं, बल्कि यह समृद्धि और सुख-समृद्धि का प्रतीक है। लक्ष्मी पूजा के माध्यम से लोग अपने घरों में सुख, शांति और धन की कामना करते हैं। इस वर्ष की विशेषता यह है कि अमावस्या तिथि का समापन 01 नवंबर को शाम 6:16 पर होगा, जिससे यह दिन भी विशेष रूप से महत्वपूर्ण है।