पीएम मोदी के मन की बात का 115वां एपिसोड, देशवासियों से की खास अपील, आत्मनिर्भर भारत और डिजिटल सुरक्षा पर दिया जोर

KNEWS DESK – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने ‘मन की बात’ कार्यक्रम के 115वें एपिसोड में देशवासियों से खास अपील की। उन्होंने त्योहारों के मौसम को ध्यान में रखते हुए आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार करने के लिए वोकल फॉर लोकल का समर्थन करने की बात कही।

स्टार्टअप और इनोवेशन को बढ़ावा

पीएम मोदी ने बताया कि पिछले 10 वर्षों में भारत ने कई उपलब्धियां हासिल की हैं, जो पहले कल्पना करना मुश्किल था। उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर भारत अब केवल एक सरकारी अभियान नहीं है, बल्कि यह लोगों की जीवनशैली का हिस्सा बन चुका है।

प्रधानमंत्री ने लोगों से आग्रह किया कि वे अपने आसपास के नए स्टार्टअप या इनोवेशन की तस्वीरें सोशल मीडिया पर साझा करें। उन्होंने इस दौरान स्वामी विवेकानंद का जिक्र भी किया, जो युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत हैं।

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डिजिटल अरेस्ट के खतरे

पीएम मोदी ने इस एपिसोड में डिजिटल अरेस्ट के बढ़ते फ्रॉड के मुद्दे पर भी ध्यान केंद्रित किया। उन्होंने बताया कि ऐसे अपराधी अक्सर पुलिस, सीबीआई, या अन्य सरकारी एजेंसियों का नाम लेकर कॉल करते हैं और लोगों को डराने की कोशिश करते हैं। उन्होंने बताया, “ये फ्रॉड करने वाले लोग आपकी व्यक्तिगत जानकारी इकट्ठा करते हैं और फिर आपको मनोवैज्ञानिक दबाव में लाने के लिए एक विशेष योजना बनाते हैं। उन्होंने इससे बचने के लिए तीन चरण सुझाए: “रुका, सोचो और एक्शन लो।”

फ्रॉड से बचने के उपाय

पीएम मोदी ने यह भी बताया कि डिजिटल फ्रॉड के शिकार केवल युवा नहीं होते, बल्कि हर आयु वर्ग के लोग इसकी चपेट में आ रहे हैं। उन्होंने नागरिकों को सलाह दी कि अगर कभी ऐसे कॉल आएं, तो डरने की जरूरत नहीं है। “आपको पता होना चाहिए कि कोई भी जांच एजेंसी फोन या वीडियो कॉल पर पूछताछ नहीं करती,” उन्होंने स्पष्ट किया। पीएम मोदी ने लोगों को सचेत रहने और ऐसे फ्रॉड से बचने के लिए सजग रहने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि जागरूकता ही सबसे बड़ा सुरक्षा कवच है।

कश्मीर के फिरदोसा और सांस्कृतिक धरोहर

पीएम मोदी ने जम्मू-कश्मीर के फिरदोसा जी का उल्लेख किया, जिन्होंने सुलेख के माध्यम से कश्मीर को नई पहचान दिलाई। इसके अलावा, उन्होंने सारंगी वादक और छत्तीसगढ़ के बुटलूराम माथरा जी का भी जिक्र किया, जो आदिवासी संस्कृति को संरक्षित कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि भारतीय संस्कृति दुनिया भर में लोगों को मंत्रमुग्ध कर रही है, जैसे कि रूस में कालिदास की “अभिज्ञान शाकुंतलम” का नाट्य रूपांतरण।

फिटनेस और एकता का संदेश

प्रधानमंत्री ने फिटनेस के महत्व पर भी जोर दिया, यह बताते हुए कि आज लोग पहले से अधिक फिटनेस के प्रति जागरूक हो गए हैं। उन्होंने 29 अक्टूबर को “रन फॉर यूनिटी” का आयोजन करने की अपील की और सभी को इसमें शामिल होने के लिए प्रेरित किया।

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