KNEWS DESK- चक्रवात दाना ने भारत के पूर्वी तट पर प्रभाव डालना शुरू कर दिया है, जिससे ओडिशा और पश्चिम बंगाल में भारी तबाही की आशंका बढ़ गई है। मौसम विभाग के अनुसार, चक्रवात का लैंडफॉल प्रक्रिया अभी भी जारी है, और इसकी गति 10 किमी प्रति घंटे है, जो उत्तर-उत्तरपश्चिम की ओर बढ़ रहा है।
तस्वीरों में दिख रहा संकट
ओडिशा और पश्चिम बंगाल से प्राप्त तस्वीरों में तेज हवाओं के साथ-साथ समुद्र में ऊंची लहरें उठती दिखाई दे रही हैं। यह दृश्य स्थानीय निवासियों के लिए चिंता का कारण बना हुआ है। चक्रवात के चलते 12.5 लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित किया गया है, और प्रशासनिक उपाय तेजी से लागू किए जा रहे हैं।
प्रशासन की सक्रियता
ओडिशा और पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्रियों ने स्थिति की समीक्षा करने के लिए आपात बैठक की है। प्रशासन ने पेड़ों के गिरने और सड़कें अवरुद्ध होने की समस्याओं को प्राथमिकता से निपटाने का निर्णय लिया है। भद्रक जिले में कई सड़कें प्रभावित हुई हैं, जिनका जल्दी ही मरम्मत किया जा रहा है।
स्थानीय निवासियों की सुरक्षा
स्थानीय प्रशासन ने नागरिकों को चक्रवात के प्रभाव से सुरक्षित रहने के लिए कई एहतियाती उपाय किए हैं। राहत और बचाव कार्यों में तेजी लाई गई है, ताकि प्रभावित क्षेत्रों में जल्द से जल्द सहायता पहुंचाई जा सके। चक्रवात दाना के खतरे के बीच, प्रशासन और स्थानीय निवासियों की सतर्कता महत्वपूर्ण है। मौसम विभाग की ताजा जानकारी के अनुसार, स्थिति पर नजर रखी जा रही है, और नागरिकों से आग्रह किया गया है कि वे सरकारी दिशा-निर्देशों का पालन करें और सुरक्षित स्थानों पर रहें।
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