KNEWS DESK, भारत के विमानन क्षेत्र में पिछले कुछ दिनों से बम की धमकियों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। गुरुवार को इंडिगो, एयर इंडिया, विस्तारा और अकासा एयर की 85 उड़ानों में बम की धमकी मिलने से हड़कंप मच गया। इनमें से प्रत्येक एयरलाइन की 20 से 25 उड़ानों को प्रभावित किया गया है।
पिछले 10 दिनों में 250 से अधिक विमानों को बम की धमकी मिल चुकी है, जिससे विमानन क्षेत्र को 600 करोड़ रुपये से अधिक का आर्थिक नुकसान हुआ है। सरकार ने इन धमकियों को लेकर एक्शन लेते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स और एयरलाइन कंपनियों के साथ बैठकें की हैं। केंद्रीय मंत्री राममोहन नायडू ने धमकी देने वालों के खिलाफ सख्त कदम उठाने की बात कही है, जिसमें ‘नो फ्लाई लिस्ट’ में शामिल करने की प्रक्रिया पर विचार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि नागरिक विमानन सुरक्षा कानून में संशोधन करने की योजना बनाई जा रही है।
सरकार के चार महत्वपूर्ण कदम
- एयर मार्शलों की संख्या बढ़ाई: 16 अक्टूबर से फ्लाइट्स में एयर मार्शलों की संख्या दोगुनी करने का निर्णय लिया गया है।
- एयरलाइंस के CEOs के साथ बैठक: 19 अक्टूबर को सभी एयरलाइंस के CEOs के साथ एक बैठक की गई, जिसमें झूठी धमकियों से निपटने के उपायों पर चर्चा की गई।
- DGCA प्रमुख का स्थानांतरण: DGCA के प्रमुख विक्रम देव दत्त को पद से हटाकर कोयला मंत्रालय में सचिव बना दिया गया। इस निर्णय को धमकियों के मामलों से जोड़ा जा रहा है।
- गिरफ्तारी: मुंबई और कोच्चि से दो संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया है, जिन्होंने उड़ानों में बम की धमकी दी थी।
सरकार की इन कोशिशों के बावजूद धमकियों का यह सिलसिला यात्रियों में चिंता का विषय बन गया है। नागरिक उड्डयन मंत्रालय इस मामले को गंभीरता से लेते हुए लगातार निगरानी रख रहा है और संबंधित विभागों से रिपोर्ट मांगी जा रही है।