Sharadiya Navratri 2024: नवरात्र में जौ को मिट्टी के पात्र में बोये जाने का क्या है महत्व, आइए जानते हैं इसे सही तरीके से उगाने की प्रक्रिया

KNEWS DESK – शारदीय नवरात्रि में पूरे नौ दिनों तक मां दुर्गा के अलग अलग 9 शक्ति स्वरूपों की पूजा की जाती है हिंदू धर्म में नवरात्रि के दौरान जौ का विशेष महत्व होता है। मान्यता है कि जौ का उगना घर में सुख, समृद्धि और धन का भंडार लाता है। यदि आप इस नवरात्रि अपने घर में कलश स्थापना और अखंड दीप जलाने का विचार कर रहे हैं, तो साथ में जौ उगाना भी महत्वपूर्ण है। आइए जानते हैं जौ को सही तरीके से उगाने की प्रक्रिया।

नवरात्रि में बोए गए जौ अगर समय पर अंकुरित न हों, तो जानिए इसके आपके जीवन

जौ उगाने की विधि

इस बार शारदीय नवरात्रि 3 अक्टूबर से प्रारंभ होकर 11 अक्टूबर तक चलेंगी। नवरात्रि का पर्व हर हिंदू परिवार में विशेष महत्व रखता है, और इस दौरान कलश स्थापना के साथ ही जौ बोने की परंपरा भी निभाई जाती है। आइए जानते हैं नवरात्रि में जौ सही तरीके से उगाने की प्रक्रिया और पीछे की क्या है मान्यता और महत्त्व –

1. सही बर्तन का चयन

  • जौ बोने के लिए एक साफ और अच्छे आकार का बर्तन चुनें। मिट्टी के बर्तन सबसे अच्छे होते हैं, क्योंकि वे जल निकासी में मदद करते हैं। बर्तन में स्वास्तिक और ऊं बनाना न भूलें, यह सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है।

2. मिट्टी की गुणवत्ता

  • मिट्टी या रेत का चुनाव बहुत महत्वपूर्ण है। स्वच्छ, ताजगी से भरी मिट्टी या नदी की मिट्टी का उपयोग करें। इससे जौ के बीजों को आवश्यक पोषण मिलेगा और अच्छी वृद्धि होगी। मिट्टी को गीला करना न भूलें, इससे बीज जल्दी अंकुरित होंगे।

3. जौ के बीजों की तैयारी

  • अच्छे गुणवत्ता वाले जौ के बीजों का चयन करें। सुनिश्चित करें कि बीजों में कोई कीट या खराबी न हो। बीजों को रातभर पानी में भिगोना चाहिए। इससे बीजों की वृद्धि में मदद मिलती है और खराब बीज तैरकर बाहर आ जाते हैं।

4. बीज बोने की विधि

  • जौ के बीजों को मिट्टी में समान रूप से फैलाएं और ऊपर से हल्की सी सूखी रेत की परत डालें। ध्यान रखें कि बीज बहुत मोटी परत से न ढकें। इसके बाद, बर्तन को एक या दो दिन के लिए ढककर रखें ताकि नमी बनी रहे और बीजों को उगने में मदद मिले।

5. नियंत्रित वातावरण

  • बर्तन को एक या दो दिन के लिए ढककर रखें। इससे बीजों को उगने में सहायता मिलेगी।

नवरात्रि में जौ बोने का महत्व

  1. धार्मिक मान्यता: मान्यता है कि जब भगवान ब्रह्मा ने इस धरती की रचना की थी, तब सबसे पहले जौ ही विकसित होने वाली फसल थी। जौ का घर में बोना समृद्धि और ऐश्वर्य का प्रतीक माना जाता है।
  2. समृद्धि का संकेत: जौ के हरे पत्ते घर में धन-धान्य और समृद्धि का प्रतीक होते हैं। यदि जौ हरे होते हैं, तो यह अच्छा संकेत होता है, लेकिन यदि ये पीले पड़ जाएं, तो इसे अशुभ माना जाता है।
  3. मां का आशीर्वाद: नवरात्रि के पहले दिन मां दुर्गा के सामने जौ बोए जाते हैं, और माता 9 दिनों तक अपने भक्तों पर आशीर्वाद बरसाती हैं। इस प्रकार, जौ का बोना धार्मिक आस्था और श्रद्धा का प्रतीक है।

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