24 साल, बेमिसाल !

उत्तराखंड डेस्क रिपोर्ट , मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में राज्य लगातार विकास के पथ पर आगे बढ़ रहा है। इसके तहत राज्य के राजस्व में बढ़ोतरी के साथ ही राज्य के विकास में भी बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। केंद्रीय सांख्यिकी मंत्रालय की ओर से एक रिपोर्ट जारी की गई है। जिसमें कहा गया है कि उत्तराखंड की अर्थव्यवस्था का आकार पिछले 24 साल में 24 गुना तक बढ़ गया है। प्रति व्यक्ति आय में भी इस अवधि में 17 गुना तक की बढ़ोतरी हुई है। अपर सचिव-नियोजन विजय कुमार जोगदंडे ने बताया कि उत्तराखण्ड राज्य के गठन के समय अर्थव्यवस्था का आकार 14 हजार 501 करोड़ रुपये का था। लेकिन आज वर्ष 2023-24 में यह बढ़कर 3 लाख 46 हजार करोड़ तक पहुंच चुका है। जो कि करीब 24 गुना अधिक है। इसी प्रकार राज्य गठन के वक्त राज्य की प्रति व्यक्ति 15 हजार 285 रुपये ही थी। लेकिन साल 2023-24 में यह 17 गुना बढ़कर दो लाख 60 हजार रुपये हो चुकी है। इतना ही नहीं उत्तराखंड के राजस्व मे भी भारी बढ़ोतरी देखने को मिली है। मौजूदा वित्तीय वर्ष के मात्र चार महीनों में ही यह बढ़ोतरी देखने को मिली है। राजस्व बढ़ोतरी में सबसे ज्यादा योगदान खनन क्षेत्र का है बता दें कि चालू वित्तीय वर्ष 2024-25 जिसमें अप्रैल से जुलाई महीने में 333.17 करोड राजस्व की प्राप्ति की गयी है.. वहीं पिछले साल यानि की 2023-24 के पहले चार महीने में राजस्व से कुल 133.31 करोड़ रुपए की प्राप्ति हुई थी। इस लिहाज से देखें तो वित्तीय वर्ष 2024-25 में पिछले वर्ष की तुलना में लगभग 67 प्रतिशत अधिक है। वहीं राज्य में अब इस मुद्दे पर सियासत भी गरमा गई है। 

 

वीओ-1-विकास की राह पर मजबूती के साथ आगे बढ़ रहे उत्तराखंड की अर्थव्यवस्था का आकार पिछले 24 साल में 24 गुना तक बढ़ गया है। प्रति व्यक्ति आय में भी इस अवधि में 17 गुना तक की बढ़ोतरी हुई है। केंद्रीय सांख्यिकी मंत्रालय की ओर से जारी की गई रिपोर्ट में इसका दावा किया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक उत्तराखण्ड राज्य के गठन के समय अर्थव्यवस्था का आकार 14 हजार 501 करोड़ रुपये का था। लेकिन आज वर्ष 2023-24 में यह बढ़कर 3 लाख 46 हजार करोड़ तक पहुंच चुका है। यह करीब 24 गुना ज्यादा है। इसी तरह राज्य गठन के वक्त राज्य की प्रति व्यक्ति आय जो कि 15 हजार 285 रुपये ही थी। जो अब वर्ष 2023-24 में 17 गुना बढ़कर दो लाख 60 हजार रुपये हो चुकी है।

 

 

वहीं एक ओर जहां राज्य की अर्थव्यवस्था के आकार में बढ़ोतरी हुई है तो वहीं दूसरी ओर राज्य सरकार के ताजा आंकड़ों के मुताबिक राज्य के राजस्व में भी शानदार बढ़ोतरी देखने को मिली है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक  

उत्तराखंड के मौजूदा वित्तीय वर्ष के मात्र चार महीनों में ही यह बढ़ोतरी देखने को मिली है। राजस्व बढ़ोतरी में सबसे ज्यादा योगदान खनन क्षेत्र का है बता दें कि चालू वित्तीय वर्ष 2024-25 जिसमें अप्रैल से जुलाई महीने में 333.17 करोड राजस्व की प्राप्ति की गयी है.. वहीं पिछले साल यानि की 2023-24 के पहले चार महीने में राजस्व से कुल 133.31 करोड़ रुपए की प्राप्ति हुई थी। इस लिहाज से देखें तो वित्तीय वर्ष 2024-25 में पिछले वर्ष की तुलना में लगभग 67 प्रतिशत अधिक है। वहीं कांग्रेस का कहना है कि राज्य का समग्र विकास नहीं हो रहा है। पहाड़ और मैदान में काफी अंतर दिख रहा है

 

कुल मिलाकर राज्य के लिए ये एक अच्छा संकेत है कि राज्य के राजस्व में वृद्धि के साथ ही राज्य की अर्थव्यवस्था का आकार भी बढ़ रहा है। बस जरूरत इस बात की है कि राज्य के राजस्व में पहाड़ी जनपदों का भी योग्दान हो…पहाड़ प्रदेश उत्तराखंड के विकास में पहाड़ की सहभागिता भी बढ़े इस दिशा में भी सरकार को ध्यान देने की जरूरत है

 

 

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