कैंसर के मामलों की जड़ें जीवनशैली और पर्यावरण में होती हैं, सिर्फ एक छोटा प्रतिशत आनुवंशिक दोषों के लिए ज़िम्मेदार ठहराया जा सकता है, जिसका मतलब य हुआ कि बीमारी काफी हद तक नियंत्रित है।
सिगरेट पीना, तला हुआ खाना, रेड मीट, शराब, सूरज के संपर्क में आना, पर्यावरण प्रदूषक, संक्रमण, तनाव, मोटापा और शारीरिक निष्क्रियता सहित खराब आहार कुछ ऐसे कारक हैं जो कैंसर के ख़तरे को बढ़ा सकते हैं। विश्व कैंसर दिवस हर साल दुनिया भर में 4 फरवरी को मनाया जाता है ताकि लोगों में इस जानलेवा बीमारी को लेकर जागरुकता पैदा की जा सके।
कैंसर से बचाव करने में मददगार साबित हो सकते हैं
ग्रीन-टी
कैंसर की रोकथाम और मैनेजमेंट में ये फायदेमंद साबित हो सकती है। ग्रीन-टी में ईजीसीजी नामक एक एंटीऑक्सिडेंट होता है जो मुक्त कणों से लड़ने और सूजन को कम करने में मदद कर सकता है। वे सेलुलर क्षति के खिलाफ कोशिकाओं की रक्षा करने में भी मदद करते हैं।
मशरूम
मशरूम एक घटक के रूप में इस्तेमाल होता है। मशरूम एक अत्यधिक एंटी-इंफ्लामेटरी भोजन है। यह ट्यूमर को बने रहने के लिए ईंधन उपलब्ध नहीं कराता है। सूजन को कम करने और एंटीऑक्सिडेंट की संख्या में सुधार करने से ठीक होने, रिकवरी और कैंसर या अन्य सूजन की स्थिति को दोबारा न आने में मदद मिल सकती है।
पत्तेदार सब्जियां
क्रुसिफर जादू हैं क्योंकि वे सल्फोराफेन, एंटीऑक्सिडेंट और कोलीन में समृद्ध होते हैं। अगर आपको इनसे एलर्जी नहीं है, तो इसे दिन में एक बार ज़रूर खाएं। यह सब्ज़ियों का सबसे शक्तिशाली प्रतिरक्षा-बढ़ाने वाला है बस सुनिश्चित करें कि आप इन्हें अच्छी तरह पकाएं- जैसे, केल, ब्रोकली, पत्तागोभी, फूलगोभी, ब्रसेल्स स्प्राउट्स, सरसों का साग और मूली।
कीवी
कीवी में सुपर-पॉवर होती है। यह विटामिन-सी से भरपूर होने के अलावा डीएनए की मरम्मत में एक बड़ी भूमिका निभाता है, जो इसे कीमोथेरेपी और रेडिएशन के दौरान एक ज़रूरी भोजन बनाता है।
खाने की इन चीज़ों से रहें दूर
जब कैंसर की रोकथाम और प्रबंधन की बात आती है तो प्रतिरक्षा प्रणाली महत्वपूर्ण होती है। ऐसे खाद्य पदार्थों को बाहर करना चाहिए जो आपकी प्रतिरक्षा को कम कर सकते हैं। कैंसर की रोकथाम के लिए रिफाइंड चीनी, इंफ्लामेटरी खाद्य पदार्थ, आर्टीफीशियल खाने का रंग, रिफाइन्ड तेल से दूर रहना चाहिए।