वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज यानी मंगलवार को चौथा बजट पेश करेंगी। ऐसा कहा जा रहा है कि वह संतुलित और ग्रोथ में सहायक बजट पेश कर सकती हैं. इससे देश की अर्थव्यवस्था को गति मिलने में मदद मिल सकती है. साथ ही नई नौकरियां, माइक्रो, स्माल और मीडियम इंटरप्राइजेज को बढ़ावा भी मिल सकता है.
राजकोषीय घाटे को 5 फीसदी तक नियंत्रित
वहीं, वित्त वर्ष 2024-25 तक करीब पांच ट्रिलियन इकॉनमी के लक्ष्य तक पहुंचने के लिए पूंजीगत व्यय के उच्च स्तर पर बने रहने की उम्मीद है. दूसरी ओर साल 2023 में हेल्दी टैक्स रेवेन्यू और मेगा विनिवेश पाइपलाइन राजकोषीय घाटे को 5 फीसदी तक नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है. इस बजट को लेकर कहा जा है कि इसके इंफ्रास्ट्रक्चर सेगमेंट में रोड, रेलवे और जल से जुड़ी बड़ी घोषणाएं हो सकती है. साथ ही टैक्स प्रक्रिया को और सरल करने के लिए भी बजट में बड़ा ऐलान हो सकता है.
रोजगार पर फोकस करने की जरूरत
इस पर विश्लेषकों का कहना है कि देश के आशाजनक लेकिन नवोदित आर्थिक सुधार और कर संग्रह की गति को बनाए रखते हुए निर्मला सीतारमण को एक संतुलन बनाना होगा। साथ ही रोजगार और मांग को बढ़ने को भी देखना होगा। इसकी वजह यह है कि फ़िलहाल देश कोरोना की तीसरी लहर से जूझ रहा है. जिसके लिए रोजगार पर भी फोकस करने की जरूरत है.