KNEWS DESK- विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने आज सात देशों के बिम्सटेक संगठन से बंगाल की खाड़ी के देशों के बीच सहयोग को बढ़ावा देने के लिए नई ऊर्जा और ज्यादा संसाधन पर ध्यान देने की अपील की|
नई दिल्ली में आज बिम्सटेक विदेश मंत्रियों के दो दिन रिट्रीट में बोलते हुए एस. जयशंकर ने कहा, कैपेसिटी बिल्डिंग और इकॉनमी कॉरपोरेशन जैसे लॉन्ग टर्म गोल्स हैं, जिन्होंने नई अर्जेंसी हासिल कर ली है और कम से कम एक ऐसा समूह जो अपनी सदस्यता में इतना अनुकूल है कि निश्चित रूप से हाईयर एस्पिरेशन पर ध्यान देना चाहिए। हमारी आशा है कि इन्हें साझा रूप में शेयर किया जाएगा, खासकर बिम्सटेक विजन|
उन्होंने कनेक्टिविटी, संस्थागत निर्माण, व्यापार, स्वास्थ्य, व्यवसाय और अंतरिक्ष में सहयोग, डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचे, कैपेसिटी बिल्डिंग और सामाजिक लेन-देन
जैसे साझा हितों पर जोर दिया| जयशंकर ने कहा, हमारा संदेश साफ होना चाहिए कि हम सभी बंगाल की खाड़ी के देशों के बीच सहयोग में नई ऊर्जा, नए संसाधन और नई प्रतिबद्धता लाने के लिए काम करेंगे|
बता दें कि बे ऑफ बंगाल इनिशिएटिव फॉर मल्टी सेक्टोरल टेक्निकल एंड इकोनॉमिक को-ऑपरेशन (बिम्सटेक) बंगाल की खाड़ी से सटे देशों का संगठन है| इसमें सात देश शामिल हैं| सात देशों के इस ग्रुप में भारत के अलावा श्रीलंका, बांग्लादेश, म्यांमार, थाईलैंड, नेपाल और भूटान शामिल हैं| बिम्सटेक विदेश मंत्रियों का पहला शिखर सम्मेलन 17 जुलाई, 2023 को बैंकॉक में आयोजित किया गया था| छठा बिम्सटेक शिखर सम्मेलन इस साल थाईलैंड में आयोजित होने वाला है| शिखर सम्मेलन समुद्री परिवहन सहयोग को लेकर समझौते पर मुहर लगाने के लिए तैयार है, जिससे सदस्य देशों के बीच व्यापार को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है|