KNEWS DESK, पद्म भूषण सम्मान से सम्मानित प्रसिद्ध लोकगायिका शारदा सिन्हा की हालत अब भी गंभीर बनी हुई है। वह दिल्ली के एक अस्पताल में वेंटिलेटर सपोर्ट पर हैं और उनकी चिकित्सा स्थिति को लेकर देशभर में चिंता व्यक्त की जा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके बेटे अंशुमान सिन्हा से फोन पर बात की और शारदा सिन्हा के इलाज के लिए हर संभव सहायता का आश्वासन दिया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज सुबह शारदा सिन्हा के बेटे अंशुमान सिन्हा से फोन पर बातचीत की। इस बातचीत में पीएम मोदी ने गायिका की स्थिति के बारे में जानकारी ली और उनके इलाज में हर संभव मदद देने का आश्वासन दिया। अंशुमान सिन्हा ने पुष्टि की कि उनकी मां शारदा सिन्हा वेंटिलेटर पर हैं और उनका स्वास्थ्य बहुत नाजुक है। अंशुमान सिन्हा ने सोशल मीडिया के माध्यम से अपनी मां की स्थिति के बारे में अपडेट दिया। उन्होंने एक वीडियो संदेश जारी करते हुए बताया कि शारदा सिन्हा की हालत अब भी गंभीर बनी हुई है और हर मिनट उनके लिए महत्वपूर्ण है। इस दौरान उन्होंने सभी भक्तों से अपील की है कि वे छठ मैया से शारदा सिन्हा के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करें।
अंशुमान सिन्हा ने अपनी मां की हालत के बीच छठ महापर्व के अवसर पर एक नया गाना ‘दुखवा मिटायिन छठी मैया’ रिलीज किया है। इस गीत के जरिए उन्होंने छठ पर्व के महत्व को रेखांकित करते हुए मां से अपनी माता की सेहत की कामना की है। गाने में छठ मैया की महिमा और श्रद्धा को दर्शाया गया है जो इस समय शारदा सिन्हा के परिवार के लिए विशेष रूप से प्रेरणादायक है। शारदा सिन्हा का नाम भारतीय लोक संगीत की दुनिया में बहुत सम्मान से लिया जाता है। बिहार और पूर्वी भारत की लोक धारा से जुड़े उनके गीतों में छठ पूजा, लोकनृत्य और पारंपरिक संगीत की सुंदरता को उकेरा गया है। उनके गीतों ने भारतीय संगीत जगत में एक विशेष पहचान बनाई है और वे देशभर में अपने संगीत के लिए प्रसिद्ध हैं। उनकी आवाज ने लाखों दिलों को छुआ है, खासकर उनके छठ गीतों ने बिहार और झारखंड के साथ-साथ अन्य क्षेत्रों में भी लोगों के बीच विशेष स्थान बनाया है।
शारदा सिन्हा के परिवार और उनके प्रशंसकों ने उनसे जुड़ी प्रार्थनाओं का सिलसिला जारी रखा है। अंशुमान सिन्हा की अपील है कि लोग अपने-अपने तरीके से अपनी शुभकामनाएं और प्रार्थनाएं भेजें ताकि उनकी मां शीघ्र ठीक हो सकें। उन्होंने यह भी कहा कि इस मुश्किल घड़ी में परिवार को समाज की ताकत और प्रेम का समर्थन मिल रहा है, जो उन्हें संबल प्रदान करता है।